नई दिल्ली, 4 दिसंबर 2024, बुधवार। ग्रेटर नोएडा में होने वाली महापंचायत के लिए किसानों का जमावड़ा शुरू हो चुका है। नोएडा में किसानों की गिरफ्तारी के बाद भारतीय किसान यूनियन ने महापंचायत बुलाई थी। इस महापंचायत में किसान अपनी मांगों को लेकर चर्चा करेंगे और सरकार के सामने अपनी बात रखेंगे।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने भी किसानों की मांगों पर गौर के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बनाई है। इसके अलावा, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भी किसान आंदोलन पर सख्त रुख अपनाया हुआ है। उन्होंने कहा है कि किसानों को लेकर घड़ियाली आंसू न बहाएं।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी सवाल पूछते हुए कहा कि किसानों से किया गया वादा निभाने के लिए हम क्या कर रहे हैं? पिछले साल भी आंदोलन था और इस वर्ष भी आंदोलन है। काल चक्र घूम रहा है और हम कुछ कर नहीं रहे हैं।
महापंचायत: सहारनपुर से आगरा तक के हजारों किसान ग्रेटर नोएडा में एकजुट होंगे!
महापंचायत में सहारनपुर, मेरठ, अलीगढ़, मुरादाबाद और आगरा के हजारों किसान शामिल होंगे। यह फैसला मुजफ्फरनगर के सिसौली गांव में हुई पंचायत में भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने लिया था। इसके बाद, राकेश टिकैत ने नोएडा के किसान संगठनों से फोन पर बातचीत की और बताया कि किसान यमुना एक्सप्रेस वे से होते हुए ग्रेटर नोएडा आएंगे। यह महापंचायत संयुक्त किसान मोर्चा के 10 संगठनों द्वारा अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच के ऐलान के बाद आयोजित की जा रही है।
उत्तर प्रदेश सरकार का बड़ा कदम: किसानों की शिकायतों का हल करने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी का गठन!
उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदर्शनकारी किसानों की शिकायतों का हल करने के लिए एक पांच सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी एक महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट देने को कही गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर औद्योगिक विकास विभाग के सचिव अभिषेक प्रकाश ने पांच सदस्यी समिति गठित करने का आदेश जारी किया है। कमेटी को भूमि अधिग्रहण और मुआवजा विवादों के संबंध में किसानों की तरफ से की गई शिकायतों की जांच करने का काम सौंपा गया है।
किसान आंदोलन: पुलिस ने किसानों को रोका, कई गिरफ्तार!
सोमवार को बड़ी संख्या में किसानों ने दिल्ली कूच की शुरुआत की। प्राधिकरण अधिकारियों के आश्वासन के बाद किसानों ने 7 दिन का समय दिया और नोएडा के राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल पर आंदोलन को शिफ्ट कर दिया। मंगलवार को पुलिस ने किसानों को रोक दिया और कई किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया। किसानों को बसों में भरकर पहले पुलिस लाइन फिर लुक्सर जेल भेज दिया गया।