दो दिन के अवकाश के बाद सोमवार को फिर से लोकसभा और राज्यसभा का सत्र शुरू हुआ। केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग, नीट और अग्निपथ जैसे मुद्दों को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा। इस दौरान दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। वहीं, राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और स्पीकर जगदीप धनखड़ के बीच फिर से ठन गई। दरअसल, खरगे ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए मोहन भागवत का नाम ले लिया, जिस पर धनखड़ गुस्सा हो गए।
मल्लिकार्जुन ने कहा, ‘सबसे पहले मैं आपकी उदारता का धन्यवाद देता हूं, जो आपने मुझे बोलने का समय दिया।’ इतना ही सुनते वहां मौजूद सब लोग हंसने लगे। इस पर खरगे ने पूछा आप लोग हंस क्यों रहे हैं।
खरगे ने आगे कहा, ‘तारीफ के पुल बांधने में माहिर हैं। लेकिन वह लोगों से नफरत भी उतनी ही करते हैं। क्योंकि उनका आरएसएस से संबंध नहीं है, मगर वह जबसे भाजपा में आए तो वह आरएसएस की तारीफ करते रहते हैं। सबसे ज्यादा पंडित जवाहर लाल नेहरू और महात्मा गांधी जैसे लोगों का खंडन भी करते हैं।’