केरल में दहेज को लेकर प्रताड़ित किए जाने से परेशान होकर 24 वर्षीय एस विस्मया नायर ने अपनी जान दे दी। विस्मया के मां-पापा जहां एक ओर अपनी बेटी को खोने से दुखी हैं। वहीं दूसरी ओर अपने दामाद पर बेहद गुस्सा है। उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था कि अपनी घर की रौनक को वो जहां भेज रहे हैं, वहां उसके साथ जानवरों जैसा सलूक किया जाएगा।
आयुर्वेद की पढ़ाई कर रही एस विस्मया की शादी एक सरकारी कर्मचारी एस किरन कुमार से हुई थी। विस्मया के पिता ने अपनी क्षमता के मुताबिक, दहेज भी दिया था। इसमें एक एकड़ जमीन, 10 लाख की गाड़ी और आभूषण थे, लेकिन एस किरन कुमार इससे खुश नहीं था। उसे लगता था कि उसकी कीमत कहीं इससे ज्यादी थी असैा एये दहेज कम मिला है।
विस्मया के परिवार का कहना है कि उसका पति उसे कम दहेज के लिए परेशान करता था। वो रोज-रोज के तानों से तंग आ चुकी थी और अपनी जिंदगी खत्म करने से पहले अपने पति को व्हाट्सऐप पर मैसेज की झड़ी लगा दी थी। केरल पुलिस का कहना है कि इस मामले में जांच के बाद आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, दहेज कम मिलने को लेकर वो अपनी पत्नी का ताने सुनाता था। इतना ही नहीं वो पत्नी से मारपीट भी करता था। रोज-रोज के तानों और मारपीट से तंग आकर एस विस्मया को लगा कि इस तरह की जिंदगी जीते से तो मर जाना ही बेहतर है और उसने मौत को गले लगा लिया। विस्मया के पिता ने कहा कि एक बार तो एस किरन कुमार ने उनकी आंखों के सामने पीटा था, लेकिन समझाने बुझाने के बाद वो मान गया। अगर उन्हें पता रहा होता कि उनकी बेटी इतना बड़ा कदम उठाएगी तो वो उसे कभी नहीं भेजते।
राज्य महिला आयोग ने लिया संज्ञान
पिता के मुताबिक, उसका दामाद चाहता था कि उसे 10 लाख रुपये और मिले, लेकिन वो इतनी रकम दे पाने की स्थिति में नहीं था। इससे नाराज होकर वो उनकी बेटी को मारा-पीटा करता था। उनकी बेटी जब इस तरह के हालात से तंग आ गई तो उसने खुदकुशी का भयावह फैसला किया। परिवार का कहना है कि उनकी तरफ से एस किरन कुमार को समझाने की कोशिश की गई, लेकिन वो कुछ भी समझने के लिए तैयार नहीं था। मीडिया रिपोर्ट के आधार राज्य महिला आयोग ने केस दर्ज किया है और पुलिस से जानकारी मांगी है।