नई दिल्ली, 10 जनवरी 2025, शुक्रवार। आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा द्वारा दिल्ली में चादर बांटे जाने पर चुनाव आयोग पर तीखा हमला बोला है। केजरीवाल ने आरोप लगाया कि बीजेपी इस प्रकार के कामों के जरिए चुनावी लाभ लेने की कोशिश कर रही है, जबकि चुनाव आयोग इस सब पर चुप है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या चुनाव आयोग वास्तव में इस पर कोई कदम उठाएगा या बीजेपी के सामने वह भी बेबस है? केजरीवाल ने यह भी कहा कि चुनाव आयोग को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए और बीजेपी को इस प्रकार के चुनावी हथकंडों से रोकना चाहिए।
इस मामले में चुनाव आयोग की चुप्पी पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं। केजरीवाल ने कहा कि चुनाव आयोग को अपनी निष्पक्षता और स्वतंत्रता को बनाए रखने के लिए काम करना चाहिए और राजनीतिक दलों को चुनावी नियमों का पालन करने के लिए मजबूर करना चाहिए। इस पूरे मामले में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच एक नई राजनीतिक लड़ाई शुरू हो गई है। केजरीवाल ने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि वह चुनावी लाभ लेने के लिए धार्मिक और सामाजिक मुद्दों का इस्तेमाल कर रही है, जबकि बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर आरोप लगाया है कि वह चुनाव आयोग को बदनाम करने की कोशिश कर रही है।
केजरीवाल का बीजेपी पर बड़ा आरोप: चुनाव आयोग की चुप्पी पर उठाए सवाल
आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि चुनावी मौसम में बीजेपी ने खुलेआम चादरें बांटना शुरू कर दी है, जो कि एक तरह का चुनावी प्रलोभन हो सकता है। इसके अलावा, उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि बीजेपी खुलेआम पैसे बांटने, नौकरी रजिस्ट्रेशन करने और चश्मे बांटने जैसी गतिविधियां कर रही है, जो कि चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन हैं।
केजरीवाल का मानना है कि बीजेपी जानबूझकर चुनाव में अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए इन तरीकों का सहारा ले रही है। उन्होंने चुनाव आयोग पर यह भी आरोप लगाया है कि वह बीजेपी की इन गतिविधियों पर खामोश है और किसी प्रकार का कदम नहीं उठा रहा है। उन्होंने यह सवाल उठाया है कि क्या चुनाव आयोग सचमुच में कुछ करेगा, या फिर बीजेपी के दबाव में आकर वह कुछ नहीं करेगा।
केजरीवाल ने यह भी कहा है कि अगर चुनाव आयोग चुनावी नियमों को लागू करने में सक्षम नहीं है, तो यह लोकतंत्र के लिए एक गंभीर चिंता का विषय होगा। उन्होंने चुनाव आयोग से अपील की है कि वह बीजेपी की इन गतिविधियों पर कार्रवाई करे और चुनावी नियमों का पालन सुनिश्चित करे।