नई दिल्ली, 16 जून 2025: गर्मी का मौसम आते ही देशभर के घरों में आम का अचार बनाने की तैयारी शुरू हो जाती है। पुराने समय में दादी-नानी के हाथों से बना खट्टा-तीखा आम का अचार न सिर्फ स्वाद में बेहतरीन होता था बल्कि महीनों तक खराब भी नहीं होता था। आज भी कई लोग घर का बना अचार ही पसंद करते हैं, लेकिन सही विधि न अपनाने पर वह जल्दी खराब हो जाता है। ऐसे में अगर आप भी घर पर आम का अचार बनाना चाहती हैं, तो कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना बेहद ज़रूरी है।
सबसे पहले, सही किस्म के कच्चे आमों का चुनाव करें। आम सख्त, बिना दाग और बिना रेशे वाला होना चाहिए। ‘तोतापुरी’, ‘डसहरी’, ‘राजा’ या ‘सरौली’ जैसी किस्में अचार के लिए उपयुक्त मानी जाती हैं। आम को धोकर छोटे टुकड़ों में काटें और उन्हें रातभर या कम से कम 5-6 घंटे सूखे कपड़े से पोंछकर पंखे के नीचे या धूप में सुखा लें। आम में नमी नहीं होनी चाहिए, वरना अचार जल्दी सड़ सकता है।
अचार के मसाले उसकी जान होते हैं। मेथी दाना, सौंफ, राई, हल्दी, लाल मिर्च, और हींग जैसे ताजे मसालों को हल्का भूनकर दरदरा पीसना चाहिए। मसाले न ज़्यादा हों, न कम—संतुलन बहुत ज़रूरी है, वरना स्वाद बिगड़ सकता है।
तेल का चुनाव भी अहम होता है। सरसों का तेल सबसे उपयुक्त होता है क्योंकि यह अचार को स्वादिष्ट बनाने के साथ-साथ लंबे समय तक सुरक्षित भी रखता है। अचार भरने के लिए कांच, चीनी मिट्टी या स्टील का जार सबसे बेहतर विकल्प हैं।
अंत में, अचार डालने के बाद उसे 10-15 दिनों तक रोज धूप में रखें और रोज एक बार अच्छे से हिलाएं ताकि मसाले और तेल बराबर मिलें। अचार निकालते समय हमेशा सूखे और साफ चम्मच का इस्तेमाल करें। नमी से संपर्क अचार को जल्दी खराब कर सकता है।
इन बातों का ध्यान रखकर आप भी घर पर पारंपरिक अंदाज में स्वादिष्ट आम का अचार बना सकती हैं, जो लंबे समय तक चले और स्वाद में दादी-नानी की याद दिला दे।