कश्मीर घाटी में लौटने के संकल्प के साथ वीरवार को कश्मीरी पंडित समुदाय ने बलिदान दिवस मनाया। 1990 से कश्मीरी पंडित 14 सितंबर के दिन को बलिदान दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं।
समुदाय के बलिदानियों को याद करने के लिए वीरवार को पनुन कश्मीर ने कांगरा फोर्ट बरनाई में राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। इसका विषय जम्मू-कश्मीर के हिंदुओं के साथ विश्वासघात की अंतर्धारा था। इस दौरान प्रधानमंत्री के नाम एक पत्र भी भेजा गया। इस पत्र में अनुच्छेद 370 हटने के बाद भी कश्मीरी पंडितों के नरसंहार जारी रहने की बात के साथ अन्य मामलों का उल्लेख किया है। राष्ट्रीय सम्मेलन में मीनाक्षी शरण, संजय दीक्षित, शशि शेखर तोषकानी और आरती टिक्कू सिंह प्रमुख वक्ता