वाराणसी, 11 फरवरी 2025, मंगलवार। काशी तमिल संगमम 3.0 की थीम का ऐलान कर दिया गया है। इस साल के आयोजन का मुख्य विषय सिद्ध चिकित्सा प्रणाली, शास्त्रीय तमिल साहित्य में ऋषि अगस्त्य के योगदान और राष्ट्र की सांस्कृतिक एकता में उनके योगदान पर केंद्रित होगा।
काशी तमिल संगमम के वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, इस आयोजन में लगभग 1000 लोग भाग लेंगे, जिनमें छात्र, शिक्षक, किसान और कारीगर, पेशेवर और छोटे उद्यमी, महिलाएं और शोधकर्ता शामिल हैं। इसके अलावा, सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों से 200 तमिल छात्रों का एक बैच भी वाराणसी, प्रयागराज और अयोध्या में स्थानीय यात्राओं में भाग लेगा।
इस वर्ष सभी श्रेणियों में युवाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित किया जाएगा। प्रतिभागियों को महाकवि सुब्रमण्य भरतियार के पैतृक घर, केदार घाट, लिटिल तमिलनाडु क्षेत्र में काशी मदम ले जाया जाएगा। उन्हें अकादमिक और साहित्यिक बातचीत के लिए बीएचयू तमिल विभाग का भी दौरा कराया जाएगा।
आईआईटी मद्रास पहले के संस्करणों की तरह प्रेषक संस्थान और बीएचयू प्राप्तकर्ता संस्थान रहेगा। बीएचयू द्वारा संगोष्ठी का आयोजन कराया जाएगा, जिसमें विभिन्न मुद्दों पर प्रोफेसर चर्चा करेंगे। इसके अलावा बीएचयू एवं अन्य विश्वविद्यालय के छात्र को वालेंटियर के रूप में सेलेक्ट किया जायेगा।