वाराणसी, 28 जुलाई 2025: सावन के तीसरे सोमवार को विश्वनाथ गली के व्यापारियों ने बाबा श्री काशी विश्वनाथ के प्रति अपनी अटूट श्रद्धा का शानदार प्रदर्शन किया। परंपराओं को जीवंत करते हुए हजारों व्यापारियों और उनके परिजनों ने बाबा का भव्य जलाभिषेक किया, जिसने काशी की गलियों को भक्ति के रंग में सराबोर कर दिया।

आयोजन की शुरुआत चित्तरंजन पार्क, दशाश्वमेध से हुई, जहाँ डमरुओं की गूंज और शंखनाद के बीच भक्तों का हुजूम उमड़ा। 11 वैदिक ब्राह्मणों ने 84 घाटों के पवित्र जल से पूजन कर कलश यात्रा शुरू की, जो सिंहद्वार मार्ग से होती हुई श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंची। “हर-हर महादेव” और “काशी विश्वनाथ गंगे” के जयघोषों से मंदिर परिसर भक्तिमय हो उठा।

इस भव्य आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में पूर्व राज्य मंत्री व विधायक (शहर दक्षिणी) डॉ. नीलकंठ तिवारी और अध्यक्षता श्री अन्नपूर्णा मठ मंदिर के महंत शंकर पुरी जी महाराज ने की। शहर के प्रमुख व्यापारी और सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि, जिनमें रमेश तिवारी, कमल तिवारी, डॉ. पवन शुक्ला, राजू बाजोरिया, सुनील शर्मा, विष्णु कसेरा, ऋषि झिगंरन, प्रतीक देववंशी, अभिषेक केशरी और ब्रह्मदत्त त्रिपाठी जैसे नाम शामिल थे, ने इस अवसर को और भी खास बनाया।

सावन की यह भक्ति और काशी की अनूठी परंपरा न केवल श्रद्धालुओं के दिलों को छू गई, बल्कि विश्वनाथ गली की आध्यात्मिक विरासत को भी नया आयाम दिया। यह आयोजन काशी की सांस्कृतिक और धार्मिक एकता का जीवंत प्रतीक बन गया।
