नई दिल्ली, 26 जुलाई 2025: बीजेपी सांसद कंगना रनौत के ड्रग्स और पंजाब को लेकर दिए गए बयान ने नया सियासी विवाद खड़ा कर दिया है। कंगना ने हिमाचल प्रदेश में बढ़ती नशे की समस्या के लिए पंजाब के रास्ते पाकिस्तान से होने वाली ड्रग तस्करी को जिम्मेदार ठहराया, जिसके बाद पंजाब की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला के “उड़ता पंजाब” वाले बयान ने इस विवाद को और हवा दी।
कंगना का बयान: हिमाचल में नशे का संकट
शुक्रवार को संसद के मानसून सत्र के दौरान मंडी से बीजेपी सांसद कंगना ने संसद भवन के बाहर पत्रकारों से कहा, “पाकिस्तान से पंजाब के रास्ते हिमाचल में ड्रग्स की तस्करी हो रही है, जो हमारे युवाओं और परिवारों को बर्बाद कर रही है।” उन्होंने 2016 की फिल्म ‘उड़ता पंजाब’ का जिक्र करते हुए चेतावनी दी कि हिमाचल की स्थिति पंजाब के कुछ हिस्सों जैसी हो सकती है, जहां “केवल खिड़कियां और महिलाएं बची हैं।” कंगना ने दावा किया कि हिमाचल के युवा नशे की लत में फंसकर चोरी, गहने बेचने और अपराध की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा, “माता-पिता रोते हुए मदद मांग रहे हैं, बच्चे कमरों में बंद होकर चीख रहे हैं। यह मौत से भी बदतर है।”
राज्यपाल ने भी जताई चिंता
कंगना का बयान हिमाचल के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ला की उस चेतावनी के बाद आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर नशे की समस्या पर काबू नहीं पाया गया, तो हिमाचल “उड़ता पंजाब” बन सकता है। राज्यपाल ने बताया कि एनडीपीएस अधिनियम के तहत ड्रग्स से जुड़े मामले 2012 में 500 से बढ़कर 2023 में 2,200 हो गए, जो 340% की वृद्धि दर्शाता है। उन्होंने पुनर्वास केंद्रों की कमी पर भी चिंता जताई, खासकर कुल्लू में केवल एक केंद्र होने और सिरमौर में प्रगति न होने की बात कही।
AAP का पलटवार: कंगना पर गैर-जिम्मेदार बयानबाजी का आरोप
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कंगना के बयान को गैर-जिम्मेदाराना करार देते हुए कहा, “कंगना को पंजाब पर उंगली उठाने से पहले बीजेपी शासित राज्यों में नशे की स्थिति का सर्वे करवाना चाहिए। गुजरात, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हिमाचल में भी नशे की समस्या गंभीर है।” चीमा ने सवाल उठाया कि कंगना अन्य बीजेपी शासित राज्यों पर चुप क्यों हैं।
विवाद ने बढ़ाई सियासी गर्मी
कंगना के बयान ने जहां हिमाचल में नशे की समस्या पर चर्चा को तेज किया है, वहीं पंजाब और हिमाचल के बीच तनाव को भी हवा दी है। बीजेपी और AAP के बीच यह नया विवाद आने वाले दिनों में और तूल पकड़ सकता है, क्योंकि दोनों पक्ष अपनी-अपनी बात पर अड़े हैं।