पूर्णिया में आदिवासी परिवार के नरसंहार पर राहुल गांधी के निर्देश पर पीड़ितों से मिले आदिवासी कांग्रेस अध्यक्ष, मांगा न्याय
नई दिल्ली, 14 जुलाई 2025: बिहार के पूर्णिया जिले के टेटगामा गांव में एक आदिवासी परिवार के पांच सदस्यों के जघन्य नरसंहार को कांग्रेस ने हृदय विदारक करार देते हुए जदयू-भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार की सरकार ने बिहार को देश का ‘क्राइम कैपिटल’ बना दिया है और इस भयावह घटना को दबाने की कोशिश कर रही है।

इंदिरा भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ. विक्रांत भूरिया ने कहा कि लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी के निर्देश पर वे स्वयं पीड़ित परिवार से मिलने पूर्णिया गए थे। वहां उन्होंने भय और दहशत का माहौल देखा, जहां पूरा गांव खाली पड़ा था। डॉ. भूरिया ने बताया कि राहुल गांधी ने फोन पर पीड़ित परिजनों से बात की और उन्हें हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया।
डॉ. भूरिया ने 6 जुलाई को हुई इस घटना का दिल दहला देने वाला विवरण साझा किया। उन्होंने बताया कि हमलावरों ने पहले परिवार के सदस्यों को बेरहमी से पीटा, उनके हाथ-पैर तोड़े, फिर उन्हें जिंदा जला दिया। जो बचने के लिए तालाब में कूदे, उन्हें भी निकालकर दोबारा आग के हवाले कर दिया गया। इस क्रूरता को 200-250 लोगों की भीड़ ने अंजाम दिया। उन्होंने सवाल उठाया कि इस भीड़ को किसका संरक्षण प्राप्त था और इसे किसने उकसाया?

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की चुप्पी पर निशाना साधते हुए डॉ. भूरिया ने कहा कि बिहार में अपराधियों को सरकारी संरक्षण मिल रहा है, जिससे उनका हौसला बढ़ा है। उन्होंने शराबबंदी की विफलता पर भी सवाल उठाए, बताते हुए कि घटनास्थल पर शराब की बोतलें मिलीं, जो साबित करता है कि शराबबंदी केवल कागजों तक सीमित है। उन्होंने पूछा, “जिस राज्य में शराबबंदी है, वहां शराब मिलना क्या जंगलराज और गुंडाराज नहीं है?”
कांग्रेस नेता ने बिहार के साथ-साथ भाजपा शासित मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में आदिवासियों पर बढ़ते हमलों का जिक्र किया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकारें आदिवासियों को विस्थापित कर उनकी जमीनें बड़े उद्योगपतियों को सौंप रही हैं।

कांग्रेस ने मांग की कि पीड़ित परिवार को तत्काल आर्थिक सहायता और स्थाई सुरक्षा प्रदान की जाए। मामले की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए। साथ ही, बिहार सरकार अंधविश्वास, जातीय हिंसा और मॉब लिंचिंग के खिलाफ कठोर कानून बनाए तथा शराबबंदी को सख्ती से लागू करे।
क्या बोले राहुल गांधी?
राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार से फोन पर बात कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और कहा, “कांग्रेस इस दुख की घड़ी में आपके साथ है। हम न्याय के लिए हर कदम पर लड़ेंगे।”
घटना की भयावहता
डॉ. भूरिया ने घटनास्थल की तस्वीरें दिखाते हुए बताया कि पीड़ित परिवार के घर के पास लगे नल-जल योजना के हैंडपंप से पीने योग्य पानी भी नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि बिहार में न सुरक्षा है, न स्वच्छ पानी, लेकिन शराब हर जगह उपलब्ध है। कांग्रेस ने इस घटना को बिहार में बिगड़ती कानून-व्यवस्था का प्रतीक बताया और नीतीश सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की।