झारखंड में इन दिनों भारी गर्मी पड़ रही है। भीषण गर्मी को देखते हुए राज्य सरकार ने मंगलवार को 19-25 अप्रैल से स्कूलों के समय में बदलाव की घोषणा कर दी है। इससे पहले मौसम विभाग ने 18 और 19 अप्रैल को 11 जिलों के लिए लू का अलर्ट जारी किया था।
शिक्षा विभाग द्वारा जारी एक आदेश में कहा गया है कि किंडरगार्टन से कक्षा 5 तक के छात्र सुबह 7 बजे से 11 बजे तक स्कूलों में आएंगे, जबकि वरिष्ठ छात्र दोपहर तक कक्षाएं जारी रखेंगे। आदेश में कहा गया है कि इस अवधि के दौरान धूप में प्रार्थना सभा या खेल का आयोजन नहीं किया जाएगा, लेकिन दोपहर का भोजन जारी रहेगा।
आगे आदेश में कहा गया है कि गढ़वा, पलामू, लातेहार, चतरा, गोड्डा, साहिबगंज, दुमका, पाकुड़, पूर्वी सिंहभूम, सरायकेला-खरसवां और पश्चिमी सिंहभूम में तापमान में वृद्धि हो सकती है। राज्य के कई हिस्सों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहा है।
वहीं लोगों को हल्के कपड़े पहनने की भी सलाह दी गई है। स्वास्थ्य विभाग ने अपनी हालिया एडवाइजरी में लोगों को अपने घरों से बाहर निकलते समय पर्याप्त पानी पीने, हल्के रंग के ढीले और सूती कपड़े पहनने और अपने सिर को कपड़े, टोपी या छतरी से ढकने के लिए कहा है।
इस बीच, झारखंड हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि गर्मी के महीनों में रांची में पानी की कमी नहीं हो। गर्मी को देखते हुए राज्य की राजधानी में जल निकायों का अतिक्रमण पाए जाने पर सरकार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।
मुख्य न्यायाधीश संजय कुमार मिश्रा और न्यायमूर्ति आनंद सेन की खंडपीठ ने पानी की कमी और जल निकायों के अतिक्रमण पर कई जनहित याचिकाओं पर सुनवाई की। अदालत ने कहा कि जल निकायों के आसपास के अतिक्रमण को हटाने की जरूरत है ताकि जल निकायों में प्राकृतिक प्रवाह बाधित न हो।
छात्रों ने निकाला मशाल जुलूस
झारखंड सरकार की नौकरियों में स्थानीय लोगों को 100 प्रतिशत आरक्षण देने की मांग को लेकर विभिन्न छात्र संगठनों से जुड़े आंदोलनकारियों ने मंगलवार को रांची में मशाल जुलूस निकाला। इस मुद्दे को लेकर छात्रों के 72 घंटे के आंदोलन के तहत जुलूस निकाला गया।
प्रदर्शनकारियों ने सोमवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास का घेराव करने का प्रयास किया था, लेकिन पुलिस ने उन्हें मौके से पहले ही रोक दिया। मंगलवार को प्रदर्शनकारी जयपाल सिंह स्टेडियम के पास एकत्रित हुए और अल्बर्ट एक्का चौक तक मशाल जुलूस निकाला। कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
इस मांग को लेकर आंदोलनकारियों ने बुधवार को बंद का आह्वान किया है। छात्र नेता देवेंद्र महतो ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती तब तक आंदोलनकारी आराम से नहीं बैठेंगे। प्रदर्शनकारियों ने सभी से दुकानें नहीं खोलकर और बसें चलाकर उनके बंद का समर्थन करने का आग्रह किया। बुधवार को कई स्कूल बंद रहेंगे, वहीं झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने अपनी परीक्षाएं रद्द कर दी हैं।