पंचांग के अनुसार हर साल माघ शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को जया एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस साल यह व्रत 20 फरवरी को रखा जा रहा है। सभी एकादशियों में जया एकादशी बहुत ही पुण्यदायी मानी जाती है। इस व्रत को करने से व्यक्ति भूत, प्रेत, पिशाच की योनि से मुक्त हो जाता है। मान्यता है कि जो व्यक्ति श्रद्धापूर्वक जया एकादशी का व्रत रखता है वह ब्रह्म हत्या जैसे महापाप से भी छूट जाता है तथा भगवान विष्णु की कृपा से उसे जीवन के समस्त सुखों की प्राप्ति होती है। धार्मिक शास्त्र में पूजा पाठ के साथ ही जया एकादशी के दिन गए कुछ उपाय विशेष फलदायी माने जाते हैं। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में…
- जया एकादशी के दिन श्रीहरि विष्णु के साथ मां लक्ष्मी की भी पूजा करें। मान्यता है कि ऐसा करने से जीवन में तरक्की आती है।
- 20 फरवरी को जया एकादशी व्रत वाले दिन सुबह स्नान के बाद घी का दीपक जलाएं और भगवान विष्णु का आह्वान करें। इससे भगवान विष्णु शीघ्र प्रसन्न होते हैं और घर में कभी धन-धान्य की कमी नहीं होती है।
- इस दिन जगत के पालनहार श्रीहरि विष्णु को प्रसन्न करने के लिए उन्हें पीले वस्त्र, पीले फूल, पीले रंग की पुष्प माला, मिठाई, फल आदि अर्पित करें। फिर बाद गाय को चारा खिलाएं और जरूरतमंद को कुछ दान करें।
- मान्यता है कि पीपल में भगवान विष्णु का वास होता है, इसलिए इस दिन पीपल के वृक्ष की पूजा जरूर करनी चाहिए। जया एकादशी के दिन किसी मंदिर में स्थित पीपल के वृक्ष को जल चढ़ाएं और उसके समीप देसी घी का दीपक जलाएं।
- एक बात का खास ध्यान रखें कि एकादशी के दिन तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए। साथ ही इस दिन चावल खाने से बचें। इस दिन केवल एक बार भोजन करें और वो भी फलाहार ही होना चाहिए।