नई दिल्ली, 9 मई 2025, शुक्रवार। जैसलमेर, राजस्थान का वह सुनहरा शहर, जहां रेगिस्तान की शांति को बीती रात पाकिस्तानी हमलों ने चुनौती दी। लेकिन भारतीय सेना और वायुसेना के अदम्य साहस ने न सिर्फ इन हमलों को नाकाम किया, बल्कि स्थानीय लोगों के दिलों में देशभक्ति और विश्वास की नई लौ जला दी। 8 और 9 मई 2025 की रात, जब पाकिस्तान ने पश्चिमी सीमा पर ड्रोन और फाइटर जेट से हमले किए, जैसलमेर के आसमान में भारतीय सेना ने अपनी ताकत का ऐसा परचम लहराया कि दुश्मन के मंसूबे हवा में ही ध्वस्त हो गए।
पहलगाम हमले के बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया था। इस कार्रवाई से बौखलाए पाकिस्तान ने जंग जैसे हालात पैदा करने की कोशिश की। जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन हो या जैसलमेर के आसमान में ड्रोन हमले, पाकिस्तान ने हर मोर्चे पर उकसावे की कार्रवाई की। लेकिन भारतीय सशस्त्र बलों ने हर हमले का करारा जवाब दिया। जैसलमेर में ड्रोन हमलों को हवा में ही नष्ट कर दिया गया, और स्थानीय लोग इस शौर्य के गवाह बने।
जैसलमेर के लोगों की जुबानी, सेना का जज्बा
जैसलमेर के लोगों ने इस रात को अपनी आंखों से देखा और सेना पर गर्व महसूस किया। एक स्थानीय युवक ने उत्साह भरे लहजे में बताया, “रात को अचानक हमले की आवाजें सुनकर डर लग रहा था, लेकिन हमारी सेना और वायुसेना ने सभी पाकिस्तानी ड्रोन को आसमान में ही मार गिराया। कोई विस्फोट जमीन तक नहीं पहुंचा। हमारी सेना के साथ हमारा पूरा भरोसा है, अब कोई डर नहीं!”
एक अन्य युवक ने गर्व से कहा, “पाकिस्तान ने कई ड्रोन भेजे, लेकिन हमारी वायु रक्षा प्रणाली ने एक भी कामयाब नहीं होने दिया। उनके एफ-16 और जेएफ-17 को मार गिराने की खबर ने हमारा सीना चौड़ा कर दिया। भारत की ताकत के सामने पाकिस्तान हमेशा हारेगा।” एक बुजुर्ग स्थानीय ने राहत की सांस लेते हुए कहा, “अब डर का माहौल खत्म हो गया है। जैसलमेर को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। हमारी सेना अजेय है।”
भारत की ताकत, दुश्मन की हार
यह रात न केवल जैसलमेर, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का पल थी। भारतीय सेना ने न सिर्फ दुश्मन के हमलों को विफल किया, बल्कि सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों के मन में सुरक्षा और विश्वास का भाव जगाया। जैसलमेर के रेगिस्तान से उठी यह गूंज साफ है—भारत की ताकत अटल है, और इसका शौर्य हर चुनौती को धूल चटाने को तैयार है।