नई दिल्ली, 18 अप्रैल 2025, शुक्रवार। अमेरिका के उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस 21 अप्रैल, 2025 से भारत की चार दिवसीय यात्रा पर आ रहे हैं, जो न केवल राजनयिक और रणनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि सांस्कृतिक और व्यक्तिगत जुड़ाव के लिए भी खास है। उनके साथ उनकी भारतीय मूल की पत्नी उषा वेंस और उनके तीन बच्चे—इवान, विवेक और मीराबेल—भी होंगे। यह वांस का भारत और एशिया का पहला दौरा है, जिसे व्हाइट हाउस और भारत के विदेश मंत्रालय ने भारत-अमेरिका संबंधों को नई दिशा देने वाला बताया है।
दिल्ली: राजनयिक मुलाकात और व्यापारिक चर्चा
वेंस की यात्रा की शुरुआत नई दिल्ली से होगी, जहां वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक विशेष डिनर मीटिंग में हिस्सा लेंगे। इस बैठक में व्यापार समझौते, टैरिफ नीतियां, और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में रणनीतिक साझेदारी जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। हाल के महीनों में ट्रंप प्रशासन की टैरिफ नीतियों के कारण वैश्विक व्यापार में कुछ तनाव देखा गया है, और यह दौरा भारत-अमेरिका के बीच व्यापारिक मतभेदों को सुलझाने का अवसर प्रदान कर सकता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, “वेंस की यात्रा के दौरान सभी द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा होगी, जो दोनों देशों के संबंधों को और मजबूत करेगी।”
इससे पहले, फरवरी 2025 में पेरिस में कृत्रिम बुद्धिमत्ता शिखर सम्मेलन के दौरान मोदी और वेंस की मुलाकात हो चुकी है, जहां मोदी ने वांस के बेटे विवेक के जन्मदिन पर खिलौने भेंट किए थे। यह व्यक्तिगत जुड़ाव दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी को दर्शाता है।
जयपुर: सांस्कृतिक उत्सव और पारिवारिक समारोह
दिल्ली के बाद वेंस परिवार जयपुर पहुंचेगा, जहां वे एक पारिवारिक शादी में शामिल होंगे। उषा वेंस, जिनके माता-पिता आंध्र प्रदेश से अमेरिका प्रवासित हुए थे, के लिए यह यात्रा व्यक्तिगत रूप से खास है। यह उनकी पहली भारत यात्रा है, और जयपुर की जीवंत संस्कृति और ऐतिहासिक स्थल उनके अनुभव को और समृद्ध करेंगे। X पर एक पोस्ट के अनुसार, जयपुर में वेंस के स्वागत के लिए विशेष आयोजन, जैसे ‘चंदा’ और ‘पुष्पा’ नामक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां, की जा रही हैं।
सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी भी जयपुर में वेंस के साथ आमेर किला और जंतर-मंतर का दौरा कर सकते हैं, जो इस यात्रा को और यादगार बनाएगा। जयपुर एयरपोर्ट पर सुरक्षा व्यवस्था को भी बढ़ा दिया गया है।
आगरा: ताजमहल की सैर
यात्रा का अंतिम पड़ाव आगरा होगा, जहां वेंस परिवार ताजमहल का दौरा करेगा। यह विश्व धरोहर स्थल न केवल भारत की स्थापत्य कला का प्रतीक है, बल्कि वेंस दंपति के लिए एक रोमांटिक और सांस्कृतिक अनुभव भी होगा। यह दौरा भारत की सांस्कृतिक विरासत को वैश्विक मंच पर और प्रचारित करेगा।
सांस्कृतिक आयोजन: भारत की आत्मा से रूबरू
वेंस और उनके परिवार के लिए दिल्ली, जयपुर, और आगरा में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। भारतीय शास्त्रीय संगीत, नृत्य, और स्थानीय व्यंजनों की प्रस्तुति इस दौरे को और रंगीन बनाएगी। उषा वेंस की भारतीय जड़ें, जिनका पैतृक स्थान आंध्र प्रदेश में है, इस यात्रा को सांस्कृतिक और भावनात्मक रूप से और गहरा बनाती हैं। अमेरिकी दूतावास ने बताया कि ये आयोजन दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक सेतु को और मजबूत करेंगे।
रणनीतिक और व्यक्तिगत महत्व
व्हाइट हाउस के अनुसार, यह यात्रा भारत-अमेरिका के बीच आर्थिक और भू-राजनीतिक प्राथमिकताओं पर केंद्रित होगी। ट्रंप प्रशासन की सख्त टैरिफ नीतियों के बावजूद, दोनों देशों ने 90 दिनों के भीतर व्यापारिक समझौतों पर सकारात्मक नतीजों की उम्मीद जताई है। इसके अलावा, यह दौरा रूस-यूक्रेन युद्ध विराम और स्वच्छ ऊर्जा जैसे वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा का मंच प्रदान करेगा।
उषा वेंस की भारतीय विरासत इस यात्रा को एक अनूठा व्यक्तिगत आयाम देती है। पिछले साल अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान उनके भारतीय मूल ने मीडिया में खूब सुर्खियां बटोरी थीं। यह यात्रा दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक रिश्तों को और मजबूत करने का अवसर है।
एक नए युग की शुरुआत
जे.डी. वेंस की यह भारत यात्रा कूटनीति, संस्कृति, और पारिवारिक जुड़ाव का एक अनूठा संगम है। यह दौरा न केवल भारत-अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा, बल्कि सांस्कृतिक आदान-प्रदान और आपसी समझ को भी बढ़ावा देगा। उषा वेंसकी भारतीय जड़ें और मोदी-वेंस की व्यक्तिगत केमिस्ट्री इस यात्रा को और खास बनाती है। जैसा कि विदेश मंत्रालय ने कहा, “यह दौरा दोनों देशों के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।”