नई दिल्ली, 13 जून 2025: शुक्रवार की सुबह तड़के, जब तेहरान की सड़कें अभी नींद से जाग रही थीं, इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने ईरान की राजधानी पर हवाई हमलों की बमबारी कर दी। आसमान में गूंजते विस्फोटों ने पूरे शहर को दहशत में डुबो दिया। इजरायल की वायुसेना ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाते हुए इस ऑपरेशन को ‘नेशन ऑफ लायंस’ का नाम दिया। IDF का दावा है कि ईरान परमाणु हथियार बनाने की दहलीज पर खड़ा है, और इस खतरे को कुचलने के लिए यह हमला जरूरी था। तेहरान के चिटगर इलाके से काले धुएं के गुबार उठते देखे गए, जबकि शहर के कई हिस्सों में धमाकों की आवाजें गूंजीं। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में लोग दहशत में भागते दिखे, और ईरान के सरकारी टीवी ने भी इन विस्फोटों की पुष्टि की, हालांकि हमले के सटीक निशाने और नुकसान का खुलासा अभी बाकी है।
इजरायल का दावा: “ईरान का परमाणु खतरा अब बर्दाश्त नहीं”
इजरायल ने इसे ‘प्री-एम्पटिव स्ट्राइक’ करार देते हुए कहा कि यह हमला ईरान के परमाणु हथियार बनाने की बढ़ती क्षमता को रोकने के लिए किया गया। इजरायल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने देश में आपातकाल का ऐलान करते हुए हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि ईरान जवाबी कार्रवाई के तौर पर मिसाइलों और ड्रोनों से इजरायल पर हमला कर सकता है। पूरे इजरायल में सायरन बज रहे हैं, और नागरिकों को सतर्क रहने को कहा गया है।
नेतन्याहू का ऐलान: “जब तक खतरा है, हमले जारी रहेंगे”
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमले के बाद राष्ट्र के नाम संदेश में कहा, “ईरान का परमाणु कार्यक्रम इजरायल के अस्तित्व के लिए सबसे बड़ा खतरा है। हमने नतांज की परमाणु संवर्धन सुविधा, ईरानी वैज्ञानिकों, और उनके बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को निशाना बनाया। यह ‘ऑपरेशन राइजिंग लॉयन’ तब तक जारी रहेगा, जब तक ईरान का परमाणु खतरा पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता।” नेतन्याहू ने दावा किया कि ईरान महीनों, शायद एक साल से भी कम समय में परमाणु बम बना सकता है, और इसे रोकना इजरायल की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
अमेरिका ने बनाई दूरी
जहां इजरायल ने इस हमले को अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अनिवार्य बताया, वहीं अमेरिका ने साफ कर दिया कि वह इस ऑपरेशन का हिस्सा नहीं है। अमेरिकी सीनेटर मार्को रूबियो ने कहा, “यह इजरायल का स्वतंत्र फैसला है।” हालांकि, मध्य पूर्व में पहले से ही तनाव की चिंगारी सुलग रही थी, और यह हमला इसे एक बड़े युद्ध में तब्दील कर सकता है।
तेहरान में अफरातफरी, युद्ध की आशंका
ईरानी समाचार एजेंसी IRNA ने पुष्टि की कि तेहरान के सैन्य ठिकानों के पास जोरदार धमाके हुए, जिससे शहर में अफरातफरी मच गई। ईरान की ओर से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया, लेकिन हालात बेहद नाजुक बताए जा रहे हैं। विश्लेषकों का मानना है कि इजरायल का यह साहसिक कदम मध्य पूर्व को एक नए और खतरनाक युद्ध की ओर धकेल सकता है।
क्या होगा अगला कदम?
इजरायल ने साफ कर दिया है कि वह ईरान को परमाणु हथियार बनाने की इजरायल की अनुमति नहीं देगा, और इसके लिए वह हर जरूरी कदम उठाएगा। दूसरी ओर, ईरान की जवाबी कार्रवाई की आशंका ने पूरे क्षेत्र को बारूद के ढेर पर ला खड़ा किया है। क्या यह हमला मध्य पूर्व में एक नए युद्ध का आगाज है, या यह तनाव को और गहरा करेगा? अगले कुछ घंटे और दिन इस सवाल का जवाब देंगे।