नई दिल्ली, 13 जून 2025: शुक्रवार की सुबह इजरायल ने ईरान पर एक साहसी और चौंकाने वाला हमला बोला, जिसमें ईरान के सैन्य नेतृत्व को निशाना बनाया गया। खबरों में सनसनीखेज दावा किया जा रहा है कि इस हमले में ईरान के सशस्त्र बलों के चीफ ऑफ स्टाफ, मेजर जनरल मोहम्मद बाघेरी और एक वरिष्ठ परमाणु वैज्ञानिक को टारगेट किया गया। सूत्रों के हवाले से कहा जा रहा है कि जनरल बाघेरी की मौत हो चुकी है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी बाकी है। अगर यह खबर सही साबित हुई, तो यह ईरान के लिए एक करारा झटका होगा, जो क्षेत्रीय तनाव को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकता है।
तेहरान में हाई-प्रोफाइल हमला
ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) से जुड़ी फार्स न्यूज ने बताया कि यह हमला पूर्वी तेहरान के शाहराक-ए-महल्लाती इलाके में हुआ, जो वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और उनके परिवारों का गढ़ माना जाता है। इजरायली सुरक्षा सूत्रों ने सनसनीखेज खुलासा किया कि इस ऑपरेशन में न केवल जनरल बाघेरी, बल्कि कई अन्य शीर्ष सैन्य अधिकारी और एक प्रमुख परमाणु वैज्ञानिक भी मारे गए हैं। यह हमला ईरान के सैन्य और परमाणु कार्यक्रम के लिए एक घातक प्रहार हो सकता है।
इजरायल का ‘नेशन ऑफ लायंस’ ऑपरेशन
इजरायल डिफेंस फोर्स (IDF) ने इस हमले को ‘नेशन ऑफ लायंस’ नाम दिया और दावा किया कि ईरान के परमाणु ठिकानों और सैन्य सुविधाओं को निशाना बनाया गया। IDF के मुताबिक, ईरान के पास परमाणु हथियार बनाने लायक यूरेनियम का भंडार जमा हो चुका है, जिसे रोकने के लिए यह कार्रवाई जरूरी थी। इजरायली सूत्रों ने चेतावनी दी कि ईरान इस हमले का जवाब दे सकता है, लेकिन इजरायल हर जवाबी कार्रवाई के लिए पूरी तरह तैयार है।
तनाव चरम पर, क्या होगा अगला कदम?
इजरायल ने साफ कर दिया है कि वह ईरान के परमाणु खतरे को खत्म करने तक अपने हमले जारी रखेगा। इस ऑपरेशन में सैन्य ठिकानों, परमाणु सुविधाओं और ईरान के शीर्ष नेतृत्व को निशाना बनाया जा रहा है। अगर जनरल बाघेरी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौत की पुष्टि होती है, तो यह मध्य-पूर्व में एक नए और विस्फोटक युद्ध की शुरुआत हो सकती है। दुनिया की निगाहें अब तेहरान और यरुशलम पर टिकी हैं, क्योंकि दोनों देशों के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच चुका है।