नई दिल्ली, 13 जून 2025: शुक्रवार की सुबह इजरायली वायुसेना ने ईरान पर ताबड़तोड़ हवाई हमले किए। इजरायली सेना का दावा है कि उन्होंने ईरान के नातांज शहर में स्थित प्रमुख परमाणु संवर्धन केंद्र को निशाना बनाया। इतना ही नहीं, ईरान के शीर्ष सैन्य अधिकारियों को भी टारगेट किया गया। जवाब में ईरान ने कड़ा रुख अपनाते हुए ऐलान किया है कि इजरायल को इसका मुंहतोड़ जवाब मिलेगा। तेहरान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया, “हमारा जवाब कठोर और निर्णायक होगा।”
पिछले साल भी ईरान ने इजरायली हमलों का जवाब दिया था, लेकिन इस बार नुकसान की भयावहता को देखते हुए माना जा रहा है कि ईरान का पलटवार और भी खतरनाक होगा। सवाल यह है कि ईरान किस हथियार का सहारा लेगा? क्या हूतियों की बगावत, मिसाइलों की बारिश, समुद्री जंग या फिर कोई नया दांव? विशेषज्ञों की नजर अब तेहरान के अगले कदम पर टिकी है।
इजरायल को जवाब देने के लिए ईरान के पास क्या-क्या हथियार?
यरुशलम पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, ईरान कई रणनीतियों पर विचार कर रहा है। इसमें छद्म युद्ध (प्रॉक्सी वॉर), मिसाइल-ड्रोन हमले, नौसैनिक कार्रवाइयां और कूटनीतिक दबाव शामिल हैं। ईरान ने हमले से पहले अमेरिकी ठिकानों को निशाना बनाने की धमकी भी दी थी, हालांकि अमेरिका ने इन हमलों में अपनी संलिप्तता से इनकार किया है।
- प्रॉक्सी गुट: हूती, हिजबुल्लाह और इराकी मिलिशिया का दम
ईरान के पास पश्चिम एशिया में कई समर्थित संगठन हैं, जो इजरायल के लिए मुसीबत बन सकते हैं। यमन के हूती विद्रोही, लेबनान का हिजबुल्लाह और इराक की मिलिशिया इनमें शामिल हैं। हालांकि, गाजा युद्ध के कारण फिलिस्तीनी समूह और हिजबुल्लाह पहले की तुलना में कमजोर हुए हैं, फिर भी ये गुट इजरायल को चुनौती दे सकते हैं।
हूती विद्रोही: इनके पास बैलिस्टिक मिसाइलें, क्रूज मिसाइलें और ड्रोन हैं। हूतियों ने अतीत में इजरायल को परेशान किया है और अब भी अमेरिकी व इजरायली ठिकानों पर हमले कर सकते हैं।
इराकी मिलिशिया: लंबी दूरी के ड्रोन और ईरान से मिली बैलिस्टिक मिसाइलों से लैस ये गुट इजरायल पर हमला करने में सक्षम हैं।
हिजबुल्लाह: कमजोर होने के बावजूद, यह संगठन इजरायल के उत्तरी इलाकों में हमले कर सकता है।
- मिसाइलों और ड्रोन की ताकत
ईरान की असली ताकत उसकी उन्नत मिसाइलें और ड्रोन हैं। पिछले साल इजरायल पर हमले में ईरान ने अपनी मिसाइल क्षमता का लोहा मनवाया था। विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान की मिसाइलें इजरायल तक आसानी से मार कर सकती हैं। हाल के वर्षों में तेहरान ने अपनी मिसाइल और ड्रोन तकनीक को इतना तेजी से उन्नत किया है कि यह इजरायल के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गया है। इस बार भी मिसाइलें ईरान का सबसे घातक हथियार हो सकती हैं।
- समुद्री जंग: फारसी खाड़ी में ईरान का दांव
ईरान की नौसेना भी कम नहीं। उसके पास पारंपरिक नौसेना के साथ-साथ इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) की विशेष नौसैनिक इकाई है। ईरान फारसी खाड़ी या ओमान की खाड़ी में जहाजों पर हमले कर सकता है। ड्रोन और तेज़ रफ्तार नौकाओं के जरिए वह शिपिंग रूट्स को बाधित कर सकता है, जिससे वैश्विक व्यापार पर असर पड़ेगा।
- तीसरे देशों में साजिशें
ईरान दुनिया भर में इजरायली हितों को निशाना बनाने की साजिश रच सकता है। तुर्की, ग्रीस, साइप्रस, दक्षिण अमेरिका, यूरोप और एशिया में इजरायली नागरिकों या ठिकानों पर हमले की आशंका है। इसके लिए ईरान अपने प्रॉक्सी गुटों या गुप्त ऑपरेशनों का सहारा ले सकता है।