हमास-इस्राइल जंग के बीच एक और युद्ध छिड़ता दिख रहा है। बताया जा रहा कि ईरान इस्राइल पर बड़े हमले की तैयारी कर रहा है। इस चेतावनी को देखते हुए इस्राइल गुरुवार को अलर्ट पर था। दरअसल, हाल ही में सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला हुआ था। इसमें दो ईरानी जनरलों की मौत हो गई थी। ईरान ने हमले का आरोप इस्राइल पर लगाया है। साथ ही उसने जवाबी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
लड़ाकुओं को छुट्टी न देने का फैसला
अमेरिका ने भी ईरान और उसके सहयोगियों द्वारा हमला किए जाने की चेतावनी दी है। हमले की संभावना को देखते हुए मध्य पूर्व तनाव बढ़ गया है। वहीं हाल ही में इस्राइल ने अपनी हवाई सुरक्षा को मजबूत करने और लड़ाकू इकाइयों को छुट्टी न देने का फैसला लिया।
बाइडन ने दिया इस्राइल का साथ
ईरान द्वारा जवाबी कार्रवाई की कसम खाने पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को इस्राइल को अपना समर्थन दिए जाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा था, ‘जैसा कि मैंने प्रधानमंत्री नेतन्याहू से कहा, ईरान और उसके सहयोगियों से इन खतरों से इस्राइल की सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दृढ़ है। हम इस्राइल की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।’
यह है मामला
एक अप्रैल को सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला हुआ था। इससे दूतावास का एक खंड पूरी तरह ध्वस्त हो गया था। वहीं, ईरान के दो शीर्ष सैन्य जनरल और पांच अन्य अधिकारी भी मारे गए थे। इस हमले का ईरान इस्राइल पर आरोप लगा रहा है। साथ ही उसने जवाबी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने बुधवार को चेतावनी दी थी कि इस्राइल को सजा दी जानी चाहिए। उस पर इस्राइली विदेश मंत्री ने कहा था कि अगर ईरान हमला करता है तो हम कड़ा जवाब देंगे।
ईरान ने दी थी धमकी
ईरानी राष्ट्रपति के राजनीतिक मामलों के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद जमशीदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा किया था। इस पोस्ट में उन्होंने लिखा था कि अमेरिका को बीच में नहीं आना चाहिए ताकि वह हमले की चपेट में न आ जाए। जमशीदी ने कहा था कि अमेरिका ने ईरान से कहा है कि वह अमेरिकी ठिकानों को निशाना न बनाए। अमेरिकी मीडिया के अनुसार, ईरान की चेतावनी के बाद अमेरिका भी हाई अलर्ट पर है और इस्राइल में अपने ठिकानों की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। बीते दिनों सीरिया में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला हुआ था। इस हमले में ईरानी सेना के एक वरिष्ठ जनरल समेत 13 लोग मारे गए थे। ईरान इस हमले का आरोप इस्राइल पर लगा रहा है, लेकिन इस्राइल ने आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
पश्चिम एशिया में लड़ाई बढ़ने की बढ़ी आशंका
इस्राइल द्वारा काफी दिनों से सीरिया में ईरान से जुड़े ठिकानों पर हमला किया जा रहा था, लेकिन ताजा हमला अपने आप में पहला है, जिसमें ईरानी दूतावास को निशाना बनाया गया। ईरानी दूतावास पर हमले में हिजबुल्ला के लड़ाके भी मारे गए हैं। अब हिज्बुल्ला के नेता हसन नसरल्ला ने बीते शुक्रवार को कहा था कि ‘बेशक ईरान जवाब देगा’। लेकिन उन्होंने कहा था कि ‘हिज्बुल्ला इसमें कोई दखल नहीं देगा।’ इस्राइल हमास युद्ध के बीच ईरान द्वारा इस्राइल पर हमले की तैयारी से संघर्ष के पश्चिम एशिया के बड़े इलाके में फैलने का डर भी पैदा हो गया है।