नई दिल्ली, 6 अप्रैल 2025, रविवार। देशभर में आज रामनवमी का पर्व पूरे जोश और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के इस खास मौके पर अयोध्या नगरी को दुल्हन की तरह सजाया गया है। सड़कों पर भक्तों का सैलाब उमड़ा है और लाखों की संख्या में श्रद्धालु श्रीराम के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। आज राम मंदिर में होने वाला “सूर्य तिलक” इस उत्सव का सबसे खास आकर्षण है, जिसे देखने के लिए हर कोई उत्साहित है।
अयोध्या की पावन धरती पर भक्ति का रंग ऐसा चढ़ा है कि हर ओर राममय माहौल नजर आता है। श्रद्धालु सरयू नदी में पवित्र स्नान कर रहे हैं, हनुमानगढ़ी और श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में पूजा-अर्चना का दौर जारी है। इस बीच, बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने भी रामनवमी की शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने कहा, “अयोध्या धर्म और देवताओं की भूमि है। यहां सदियों से रामनवमी मनाई जाती रही है। हमारी गंगा-जमुनी तहज़ीब इस देश की शान है, जहां हिंदू-मुसलमान आपसी भाईचारे के साथ रहते हैं।” अंसारी ने यह भी ऐलान किया कि वे अयोध्या आने वाले भक्तों पर फूलों की वर्षा करेंगे। उनके शब्दों में, “जो भी अयोध्या आता है, उसकी मनोकामना पूरी होती है। यह पंचकोस की पवित्र भूमि हर किसी के पाप धो देती है।”
लेकिन इस उत्सव के साथ-साथ प्रशासन भी सतर्क है। रामनवमी के जुलूसों को देखते हुए कई राज्यों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड में अलर्ट जारी किया गया है, जहां पहले कुछ अप्रिय घटनाएं देखने को मिली थीं। पश्चिम बंगाल में तो 6000 पुलिसकर्मियों की तैनाती के साथ ड्रोन से निगरानी की जा रही है। राज्य के दस जिलों और पुलिस कमिश्नरेट को संवेदनशील घोषित कर अतिरिक्त सावधानी बरती जा रही है।
रामनवमी का यह पर्व न केवल भक्ति का प्रतीक है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक एकता और विविधता को भी दर्शाता है। अयोध्या से लेकर देश के कोने-कोने तक, यह उत्साह और श्रद्धा का संगम हर दिल को छू रहा है।