लखनऊ, 7 जून 2025, शनिवार: उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी आशीष गुप्ता ने स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति (वीआरएस) का रास्ता चुना, और अब 10 जून को उनका विदाई समारोह होने जा रहा है। लेकिन इस विदाई ने सियासी तूफान खड़ा कर दिया है! समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर तीखा हमला बोला है, और इसे एक बार फिर से सत्ताधारी पार्टी की “अन्यायपूर्ण नीतियों” का नमूना बताया है।
अखिलेश का तंज: “वरिष्ठता की सूची अब बेमानी!”
अखिलेश ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस सरकार में वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को महत्वपूर्ण पदों से वंचित रखा जा रहा है, जबकि उनके जूनियर अफसरों को तरजीह देकर प्रमोशन की मलाई बांटी जा रही है। इससे न सिर्फ इन अधिकारियों का मनोबल टूट रहा है, बल्कि वे समय से पहले रिटायरमेंट लेने को मजबूर हो रहे हैं। हाल ही में राजीव कृष्ण को 11 वरिष्ठ अधिकारियों को दरकिनार कर कार्यवाहक डीजीपी बनाए जाने पर भी अखिलेश ने सरकार को आड़े हाथों लिया था।
अपने एक्स हैंडल पर अखिलेश ने लिखा, “यह चिंताजनक है कि यूपी पुलिस के सबसे अनुभवी और वरिष्ठ अधिकारी, जिन्हें मौजूदा व्यवस्था में बड़े पदों से दूर रखा गया, ऐसी अनचाही परिस्थितियों में ‘स्वैच्छिक’ सेवानिवृत्ति लेने को मजबूर हैं। यह न सिर्फ कर्तव्यनिष्ठ अधिकारियों के हौसले को तोड़ता है, बल्कि प्रदेश की कानून-व्यवस्था और जनता को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ता है।”
“वरिष्ठता का मोल क्यों भूली सरकार?”
अखिलेश ने तंज कसते हुए पूछा कि जब वरिष्ठता और कनिष्ठता का कोई मतलब ही नहीं बचा, तो वरिष्ठता की सूची बनाने का क्या फायदा? उन्होंने कहा कि अगर 1-2 नंबर की उलट-पुलट को कार्य की प्रकृति या किसी अन्य मानक से जायज ठहराया जा सकता है, तो 10-12 की छलांग को कैसे स्वीकार किया जाए? “पदों पर नियुक्ति का आधार न तो व्यक्तिगत पसंद होना चाहिए, न ही विचारधारा, और न ही सत्ता का कोई आंतरिक झगड़ा। बल्कि, यह योग्यता, अनुभव और वरिष्ठता का संतुलित मिश्रण होना चाहिए,” अखिलेश ने जोर देकर कहा।
“सीधे तौर पर प्रताड़ना बंद करो, बीजेपी!”
अखिलेश ने बीजेपी पर अधिकारियों का मनोबल तोड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हाल के कुछ मामलों में अधिकारियों और उनके परिवारों को निशाना बनाकर, उनके विभाग और सोशल मीडिया पर अपमानित किया गया है। “बीजेपी का यह रवैया बंद होना चाहिए। अगर आप ईमानदारी को पुरस्कृत नहीं कर सकते, तो कम से कम उसका तिरस्कार तो न करें। यह निंदनीय भी है और चिंताजनक भी!”
आशीष गुप्ता: एक शानदार करियर का अंत
1989 बैच के आईपीएस आशीष गुप्ता का रिटायरमेंट अभी दो साल दूर था। दिसंबर 2022 में डेपुटेशन से यूपी लौटने के बाद उन्हें साढ़े छह महीने तक वेटिंग में रखा गया। जून 2024 में उन्हें डीजी रूल्स एंड मैनुअल्स बनाया गया था। वह नैट ग्रिड के सीईओ जैसे प्रतिष्ठित पद पर भी रह चुके हैं। लेकिन अब, इस विदाई के साथ, एक और सवाल उठता है – क्या योगी सरकार की नीतियां यूपी पुलिस के दिग्गजों को समय से पहले अलविदा कहने पर मजबूर कर रही हैं?