भोपाल/नई दिल्ली, 25 फरवरी 2025, मंगलवार। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को भोपाल में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में भाग लिया और उद्योगपतियों और उपस्थितजनों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उसके प्राण हैं। किसानों की सेवा करना हमारे लिए भगवान की पूजा करने के समान है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कृषि मंत्री के रूप में उनका उद्देश्य किसानों की वास्तविक समस्याओं को समझना और उनका समाधान करना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में विकास दर 4.5% से अधिक है, और इसमें हार्टिकल्चर की विकास दर 5% से अधिक है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश अनंत संभावनाओं का प्रदेश है और यहां के किसानों को सरकार की ओर से हर संभव सहयोग दिया जा रहा है। उन्होंने निवेशकों से आग्रह किया कि वे मध्यप्रदेश में निवेश करें और कृषि क्षेत्र में विकास का हिस्सा बनें।
मैं केवल नाम मात्र का किसान नहीं
केन्द्रीय क़ृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, मैं भी एक किसान हूं और नाम मात्र का किसान नहीं हूं। मैं हर महीने अपने खेत में जाता हूं, मैं शिमला मिर्ची लगा रहा हूं, टमाटर भी लगे हैं, और सब्जियां भी लगाई है। पॉली हाउस में फूल भी है, फूल में ऑर्किट भी है, मैं कई प्रयोग करने की कोशिश करता हूं और इसलिए किसानों की तकलीफ समझता हूं और उसे कैसे दूर किया जाए इसकी कोशिश भी करता हूं। शिवराज सिंह ने कहा कि, पहले खाद्य तेल 0% पर बाहर से आ रहा था, लेकिन सरकार ने बाहर से आने वाले खाद्य तेल पर 27.5% इम्पोर्ट ड्यूटी लगा दी। प्याज के एक्सपोर्ट पर 40% एक्सपोर्ट ड्यूटी घटाकर 20% कर दी। आज मैं आश्वस्त करता हूं, भारत के किसानों के लिए और हमारी स्वदेशी इंडस्ट्री के लिए जिस तरह की आयात-निर्यात नीति की जरूरत होगी, केंद्र सरकार प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में वैसी नीति बनाएगी।
मध्यप्रदेश में अनंत संभावनाएं
केन्द्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, मध्यप्रदेश अनंत संभावनाओं का प्रदेश है। यह प्रदेश जल संपदा, वन संपदा और खनिज संपदा से भरपूर है। मध्यप्रदेश का बासमती राइस तो अमेरिका और कनाडा में धूम मचा रहा है और जितनी भी कंपनियां आटा बनाती हैं, वो अपने विज्ञापनों में कहती हैं कि, एमपी व्हीट का जिक्र करती हैं। मध्यप्रदेश का शरबती गेहूं पूरे देश और दुनिया में धूम मचा रहा है। अब मध्यप्रदेश पिछड़ा और बीमारू राज्य नहीं है। कभी मध्यप्रदेश की पहचान टूटी सड़कों और अँधेरों के प्रदेश से होती थी, लेकिन आज आप देखेंगे चारों तरफ मध्यप्रदेश में विकास की बहार है। शानदार हाईवे देख लीजिए, कनेक्टिविटी देख लीजिए। कल-कल करती बहती हुई नदियां देख लीजिए। पानी की कमी नहीं है। बिजली हो, पानी हो और जमीन के बारे में तो कहा ही गया है कि, 1 लाख हेक्टेयर का लैंड बैंक अगर किसी के पास है तो वो केवल मध्यप्रदेश है।
MP निवेशकों का पसंदीदा डेस्टिनेशन
केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, मध्यप्रदेश निवेशकों की पसंदीदा डेस्टिनेशन बन चुका है और बड़ी तेजी से निवेश मध्यप्रदेश की धरती पर आ रहा है। यहाँ के फल, सब्जी, अनाज, हमारा संतरा हो, केला हो, लहसुन, प्याज हो, मालवा का आलू हो, जबलपुर का मटर हो हर तरह की यहाँ फसलें होती हैं और फूलों की भी बहार हैं। जैविक खेती मध्यप्रदेश में सर्वाधिक होती है और मिलेट्स की भी प्रोसेसिंग से लेकर बाकी चीजें करके निवेशक किसान का भी फायदा कर सकते हैं और खुद भी लाभ उठा सकते हैं। शिवराज सिंह ने कहा कि, मैं इन्वेस्टर समिट की सफलता के लिए मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव जी और पूरी टीम को बधाई देता हूँ और निवेशकों से आग्रह करता हूँ कि, वो मध्यप्रदेश आएं, उन्हें सारी सुविधाएं यहाँ सरकार दे रही हैं और विशेषकर खेती के क्षेत्र में निवेश करें। भारत सरकार की तरफ से जो सहयोग संभव है, वो सहयोग भी विशेषकर कृषि और हार्टिकल्चर के क्षेत्र में किया जाएगा।