नई दिल्ली, 27 मई 2025, मंगलवार। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी अडिग जंग को दुनिया के सामने एक बार फिर सशक्त अंदाज में पेश किया! गुयाना में ऑल पार्टी डेलीगेशन के साथ पहुंचे कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने जॉर्जटाउन में वैश्विक मंच पर भारत की जीरो टॉलरेंस नीति का डंका बजाया। ऑपरेशन सिंदूर के जरिए भारत ने न सिर्फ आतंकियों के नापाक मंसूबों को ध्वस्त किया, बल्कि दुनिया को एकजुटता का संदेश भी दिया।
थरूर ने गर्व के साथ बताया कि पहलगाम में हुए कायराना हमले में आतंकियों ने हिंदू-मुस्लिम के बीच फूट डालने की साजिश रची थी। धार्मिक नारे लगाकर, धर्म पूछकर मासूमों को निशाना बनाया गया, ताकि देश में सांप्रदायिक तनाव भड़के। लेकिन भारत ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया! सरकार ने न केवल त्वरित कार्रवाई की, बल्कि प्रेस ब्रीफिंग में एक मुस्लिम महिला सैन्य अधिकारी को शामिल कर दुनिया को साफ संदेश दिया—ये जंग हिंदू-मुस्लिम की नहीं, आतंकवाद के खिलाफ है!
थरूर ने जॉर्जटाउन में दमदार शब्दों में कहा, “भारत में हर समुदाय एकजुट है। चार दिन की इस जंग में भारतीय सेना की ब्रीफिंग में दो महिला अधिकारियों ने हिस्सा लिया, जिनमें से एक मुस्लिम थीं। ये दिखाता है कि हमारा देश एकता की मिसाल है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत शांति चाहता है, लेकिन ये शांति ताकत के साथ आती है। “हमें डर नहीं कि आतंकी फिर हमला करेंगे। अगर उन्होंने ऐसा किया, तो जवाब और भी करारा होगा!”
थरूर ने ये भी साफ किया कि हालिया हमले एक लंबी जंग का हिस्सा थे, जहां भारत ने हर बार जवाबी कार्रवाई की। “हम युद्ध नहीं चाहते। अगर पाकिस्तान रुकता है, तो हमारे पास जवाब देने की कोई वजह नहीं।” और यही हुआ—10 मई की सुबह पाकिस्तान ने भारतीय सैन्य संचालन महानिदेशक से संपर्क किया, जिसने तनाव को कम करने की दिशा में कदम बढ़ाया।
भारत ने न सिर्फ आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब दिया, बल्कि अपनी एकता, संकल्प और शांति की ताकत से दुनिया को दिखा दिया कि हम डर से नहीं, दृढ़ता से आगे बढ़ते हैं!