नई दिल्ली, 25 जून 2025: भारत ने अपनी रक्षा शक्ति को अभेद्य बनाने की दिशा में एक और ऐतिहासिक कदम उठाया है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) एक ऐसी उन्नत अग्नि मिसाइल विकसित कर रहा है, जो बंकर बस्टर तकनीक से लैस होगी। यह मिसाइल दुश्मनों के जमीन के 100 मीटर नीचे बने गुप्त ठिकानों को भी पलक झपकते नष्ट कर देगी।
बंकर बस्टर तकनीक से लैस होगी अग्नि-5
इस नई मिसाइल में 7,500 किलोग्राम वजनी बंकर बस्टर वारहेड होगा, जो दुश्मन के भूमिगत कमांड सेंटर, मिसाइल साइलो और सैन्य अड्डों को नेस्तनाबूद करने में सक्षम होगा। DRDO इसे अत्याधुनिक दिशा-निर्देशन प्रणाली और नेविगेशन तकनीक से लैस कर रहा है, जिससे लक्ष्य पर सटीक प्रहार सुनिश्चित हो। इसके साथ ही, मिसाइल में एयरबर्स्ट फीचर भी होगा, जो हवा में विस्फोट कर हवाई ठिकानों, रडार स्टेशनों और बख्तरबंद वाहनों को तबाह कर सकेगा।
कम रेंज, ज्यादा ताकत
हालांकि इस नए वर्जन की रेंज 2,500 किलोमीटर होगी, जो अग्नि-5 की सामान्य रेंज से कम है, लेकिन इसकी विनाशकारी शक्ति और सटीकता इसे दुश्मनों के लिए और खतरनाक बनाती है। यह मिसाइल खास तौर पर चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ोसी देशों के रणनीतिक ठिकानों को निशाना बनाने में कारगर होगी।
अमेरिका से प्रेरणा, स्वदेशी ताकत
अमेरिका ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर GBU-57/A बम का इस्तेमाल किया था, लेकिन भारत का यह कदम बमवर्षक विमानों की जरूरत को खत्म कर लागत और सटीकता में बढ़त देगा। यह मिसाइल पूरी तरह स्वदेशी होगी, जो ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को मजबूती प्रदान करेगी।
रणनीतिक ताकत में इजाफा
अग्नि मिसाइल श्रृंखला लंबे समय से भारत की रणनीतिक ताकत का प्रतीक रही है। बंकर बस्टर तकनीक का समावेश भारत को उन चुनिंदा देशों की कतार में खड़ा करता है, जो गहरे भूमिगत ठिकानों को नष्ट करने की क्षमता रखते हैं। यह कदम न केवल भारत की सैन्य शक्ति को बढ़ाएगा, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा और तकनीकी आत्मनिर्भरता में भी नया अध्याय जोड़ेगा।
DRDO के इस मिशन ने वैश्विक मंच पर भारत की रक्षा क्षमताओं को एक बार फिर रेखांकित किया है। यह मिसाइल न केवल दुश्मनों के लिए खतरा है, बल्कि भारत की तकनीकी दक्षता और रणनीतिक आत्मविश्वास का प्रतीक भी है।