नई दिल्ली, 18 अप्रैल 2025, शुक्रवार। भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण और नवाचार क्षेत्र तेजी से नई ऊंचाइयों को छू रहा है, और इसकी झलक हाल ही में मानेसर के मैकेनिकल इनोवेशन पार्क में देखने को मिली। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वीवीडीएन टेक्नोलॉजीज की अत्याधुनिक सर्फेस माउंट टेक्नोलॉजी (एसएमटी) लाइन का उद्घाटन किया, जो भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता की दिशा में एक और ठोस कदम है। यह आयोजन न केवल एक नई उत्पादन इकाई की शुरुआत थी, बल्कि यह भारत के युवा इंजीनियरों और श्रमिकों के जोश और प्रतिभा का उत्सव भी था।
उद्घाटन के दौरान, मंत्री वैष्णव ने वहां मौजूद कर्मचारियों और इंजीनियरों से उत्साहपूर्वक बात की। उन्होंने पूछा, “क्या आपको इस परिवर्तनकारी यात्रा का हिस्सा बनने पर गर्व नहीं होता?” यह सवाल भारत के उस बदलते चेहरे को दर्शाता है, जहां जटिल इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादों जैसे एआई सर्वर, नेटवर्किंग उपकरण और मदरबोर्ड का निर्माण अब सपना नहीं, बल्कि हकीकत है।
वैष्णव ने इस उपलब्धि को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजाइन और मेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत विजन से जोड़ा। उन्होंने कहा, “2014 से पहले, कोई सोच भी नहीं सकता था कि भारत में इस स्तर के उच्च तकनीकी उत्पाद बनाए जा सकते हैं। पीएम मोदी की दूरदृष्टि और नेतृत्व ने इसे संभव बनाया है।” यह मैकेनिकल इनोवेशन पार्क भारत की इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग और बड़े पैमाने पर विनिर्माण की बढ़ती क्षमता का जीवंत प्रमाण है।
खास बात यह है कि इस क्रांति का नेतृत्व देश के छोटे शहरों और राज्यों जैसे बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा और झारखंड के युवा कर रहे हैं। ये युवा इंजीनियर और कर्मचारी भारत को तकनीकी क्षेत्र में वैश्विक मंच पर स्थापित करने में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
यह उद्घाटन केवल एक नई फैक्ट्री की शुरुआत नहीं, बल्कि भारत के आत्मविश्वास, नवाचार और भविष्य की संभावनाओं का प्रतीक है। यह दिखाता है कि भारत अब न केवल तकनीक का उपभोक्ता, बल्कि इसका सृजनकर्ता भी है। आत्मनिर्भर भारत का यह सपना अब धीरे-धीरे साकार हो रहा है, और इसमें हर भारतीय की मेहनत और प्रतिभा की चमक साफ दिखाई दे रही है।