नई दिल्ली, 14 मई 2025, बुधवार। पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया था। लेकिन भारत ने इस बार न केवल दुख मनाया, बल्कि आतंकियों और उनके आकाओं को करारा जवाब दिया। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना ने पाकिस्तान में चल रहे कई आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया। तिलमिलाए पाकिस्तान ने जब दुस्साहस दिखाने की कोशिश की, तो भारत ने उसे ऐसा सबक सिखाया, जिसे दुनिया ने देखा और सराहा। यह सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, बल्कि भारत की बढ़ती रक्षा ताकत और आत्मनिर्भरता का शंखनाद था।
भारत की इस अभूतपूर्व सफलता के पीछे उसका मजबूत रक्षा तंत्र है, जिसे पिछले कुछ वर्षों में अभेद्य बनाया गया है। केंद्र सरकार ने रक्षा क्षेत्र में कई क्रांतिकारी कदम उठाए हैं। सैन्य बुनियादी ढांचे को मजबूत करने से लेकर सशस्त्र बलों के आधुनिकीकरण तक, भारत ने हर मोर्चे पर अपनी ताकत बढ़ाई है। अहम रक्षा सौदों के जरिए न केवल अत्याधुनिक हथियारों और तकनीकों को शामिल किया गया, बल्कि स्वदेशी रक्षा उत्पादन को भी नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया गया।
पिछले 11 वर्षों में रक्षा बजट में ढाई गुना से अधिक की वृद्धि हुई है। यह सिर्फ आंकड़ा नहीं, बल्कि भारत की रणनीतिक दूरदर्शिता का प्रतीक है। रणनीतिक सुधारों, निजी क्षेत्र की भागीदारी और नवाचार ने स्वदेशी रक्षा उद्योग को पंख दिए हैं। आज भारत न केवल अपनी रक्षा जरूरतों को पूरा कर रहा है, बल्कि वैश्विक स्तर पर एक विश्वसनीय रक्षा निर्यातक के रूप में भी उभर रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता ने दुनिया को दिखा दिया कि भारत अब केवल जवाब नहीं देता, बल्कि आतंक के खिलाफ निर्णायक प्रहार करता है। यह भारत की सैन्य शक्ति, रणनीतिक बुद्धिमत्ता और आत्मनिर्भरता की नई गाथा है, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी।