हरसिल/धराली, 9 अगस्त 2025: उत्तराखंड के धराली और हरसिल क्षेत्रों में प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए भारतीय सेना अपने मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR) अभियानों के माध्यम से दिन-रात जुटी हुई है। इंजीनियरिंग, बचाव और संचार दलों की अथक मेहनत से प्रभावित समुदायों को राहत प्रदान की जा रही है, सामान्य स्थिति बहाल करने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयास जारी हैं।
धराली में सेना का सराहनीय योगदान
धराली में कर्नल ए के नेतृत्व में इंजीनियर रेजिमेंट ने एक पैदल पुल का निर्माण किया है, जो अब धराली और मुखवा गाँवों को जोड़ने वाला एकमात्र मार्ग बन गया है। यह पुल न केवल नागरिकों को अपने घरों तक लौटने में मदद कर रहा है, बल्कि बचाव दलों और आवश्यक आपूर्ति ले जाने वाले खच्चरों के लिए भी महत्वपूर्ण साबित हो रहा है। सड़क संपर्क बहाल होने में अभी कम से कम 10 दिन और लगने की संभावना है।
- मलबा हटाने के लिए साइज़ II डोजर का उपयोग किया जा रहा है।
- दो ALS वाहनों के जरिए 50 पर्यटकों को गंगोत्री से धराली और आगे हरसिल तक सुरक्षित पहुँचाया गया।
- भूस्खलन क्षेत्र से 60 नागरिकों, जिनमें वृद्ध और बच्चे शामिल हैं, को हरसिल तक पहुँचाने में सहायता दी गई।
- कैप्टन गुरप्रीत सिंह ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को चल रहे बचाव कार्यों की प्रगति से अवगत कराया।
हरसिल में खोज और राहत कार्य
हरसिल में कॉलम बी के तहत 14वीं राजपूत राइफल्स के लापता जवानों की तलाश जारी है। सुक्की टॉप से लाई गई एक जेसीबी मशीन मलबा हटाने में उपयोग की जा रही है, जिससे राहत कार्यों में तेजी आई है।
संचार बहाली में सेना की तत्परता
7 अगस्त 2025 को हरसिल में सेना ने उपग्रह और रेडियो रिले प्रणालियों के माध्यम से सुरक्षित संचार नेटवर्क स्थापित किया। इससे फंसे हुए नागरिक उपग्रह इंटरनेट-आधारित कॉल के जरिए अपने परिजनों से संपर्क कर पाए और अपनी सुरक्षा का आश्वासन दे सके। स्थानीय लोगों ने सेना की त्वरित कार्रवाई की जमकर सराहना की है। सेना स्थानीय संचार को पूरी तरह बहाल करने के लिए लाइनें बिछाने का कार्य भी तेजी से कर रही है।
बीरपुर से अतिरिक्त सहायता
बीरपुर सैन्य स्टेशन पर कॉलम सी और डी के तहत एक टीम उपकरणों और सामान के साथ हेलीकॉप्टर के माध्यम से धराली पहुँचने के लिए तैयार है।
आगे की योजना
9 अगस्त 2025 के लिए सेना ने निम्नलिखित गतिविधियों की योजना बनाई है:
- धराली में HADR और बचाव अभियान जारी रखना।
- हरसिल में 14 RAJ RIF के क्षेत्र में खोज अभियान को गति देना।
- मलबा हटाने के लिए डोजर और जेसीबी का उपयोग जारी रखना।
- बीरपुर से धराली के लिए अतिरिक्त टीमें तैनात करना।
सेना की प्रतिबद्धता
भारतीय सेना इस चुनौतीपूर्ण समय में उत्तराखंड की जनता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। बचाव, राहत और पुनर्स्थापन के प्रयासों के माध्यम से सेना प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल करने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह समर्पित है।