भारतीय सेना ने पहली बार आधिकारिक तौर पर इसकी तस्वीर भी साझा की है। उत्तर प्रदेश के कोरवा स्थित फैक्टरी में असेंबल्ड 27 हजार रूसी एके-203 असॉल्ट राइफलों का पहला बैच भारतीय सेना को डिलीवर किया जा चुका है। रूस-यूक्रेन युद्ध और भारत की तरफ से पेमेंट की दिक्कतों की वजहों से इन राइफलों की डिलीवरी में देरी हो रही थी। वहीं, एके-203 राइफलें इंसास व एके-47 से भी ज्यादा खतरनाक हैं। भारतीय सेना में यह इंसास (INSAS यानी इंडियन नैशनल स्मॉल आर्म्स सिस्टम) राइफलों की जगह लेंगी। सेना ने कुछ महीनों पहले ही अलग-अलग रेजिमेंटल के ट्रेनिंग सेंटरों पर जवानों को इन्हें चलाने की ट्रेनिंग भी दी गई थी।
संभवतया यह पहली बार है जब ग्राउंड पर एके-203 असॉल्ट राइफल की फोटो भारतीय सेना ने साझा की है। एक्स अकाउंट पर ईस्टर्न कमांड ने फोटो कैप्शन में आगे लिखा, ईस्टर्न कमान के सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल आरसी तिवारी ने 20 मई 2024 को लिकाबाली सैन्य स्टेशन का दौरा किया और सुरक्षा स्थिति और ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने ऑपरेशन दक्षता में सुधार के लिए नई तकनीकों को अपनाने के लिए संरचनाओं के प्रयासों की सराहना की और उनकी दृढ़ता, उच्च मनोबल और समर्पण के लिए सभी रैंकों की सराहना की।