चेन्नई, 19 जुलाई 2025: इंडिगो की उड़ान संख्या 6E-6011 में चेन्नई से गुवाहाटी जाते समय एक 75 वर्षीय यात्री की अचानक तबीयत बिगड़ने पर भारतीय सेना के मेजर मुकुंदन ने त्वरित कार्रवाई कर उनकी जान बचाई। घटना 14 जुलाई रात करीब 18:20 बजे की है, जब यात्री को अत्यधिक पसीना, कमजोर नाड़ी, ठंडे हाथ-पैर और हाइपोग्लाइसीमिया के लक्षण दिखे, जिसके बाद वह बेहोश हो गया।
केबिन क्रू ने तत्काल ऑक्सीजन दी और विमान में चिकित्सा सहायता के लिए घोषणा की। छुट्टी से लौट रहे सेना के डॉक्टर मेजर मुकुंदन ने तुरंत मरीज की स्थिति का आकलन किया। उन्होंने पाया कि यात्री अर्ध-बेहोशी की हालत में है, उसकी पुतलियाँ प्रतिक्रियाशील हैं और हाइपोग्लाइसीमिया के स्पष्ट लक्षण मौजूद हैं। सीमित संसाधनों के बावजूद, मेजर ने मरीज को मौखिक रूप से चीनी और ओआरएस दिया, साथ ही महत्वपूर्ण अंगों और ऑक्सीजन संतृप्ति की निगरानी की।
गुवाहाटी हवाई अड्डे पर उतरने के बाद मरीज को तुरंत आपातकालीन कक्ष में ले जाया गया, जहां मेजर मुकुंदन ने इलाज जारी रखा। दोपहर 2 बजे तक मरीज होश में आ गया और उसकी हालत स्थिर हो गई।
मेजर मुकुंदन की त्वरित कार्रवाई और केबिन क्रू के सहयोग से इस गंभीर स्थिति में यात्री की जान बचाई जा सकी। भारतीय सेना और इंडिगो के चालक दल की इस संयुक्त तत्परता की यात्रियों और अधिकारियों ने जमकर सराहना की।