नई दिल्ली, 25 जुलाई 2025: मॉर्गन स्टेनली की ताजा रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि भारत 2028 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और 2035 तक देश का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) 10 ट्रिलियन डॉलर को पार कर जाएगा। वर्तमान में भारत की जीडीपी लगभग 4 ट्रिलियन डॉलर है, जिसमें अगले दशक में 2.5 गुना वृद्धि की उम्मीद है।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत 2025 में ही चौथी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बन चुका है, जिसने हाल ही में जापान को पीछे छोड़ा। 2030 तक भारत की अर्थव्यवस्था 7.3 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने की संभावना है, जिसके बाद यह जर्मनी को भी पछाड़ सकता है। भारत की वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर 6.5% के आसपास बनी हुई है, जो इसे दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बनाती है। वित्त वर्ष 2025-26 के लिए जीडीपी वृद्धि दर 6.3-6.8% रहने का अनुमान है।
राज्यों का योगदान होगा अहम
रिपोर्ट में कहा गया है कि 2030-2035 के बीच महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक जैसे तीन से पांच राज्य 1 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकते हैं, जो वैश्विक शीर्ष 20 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होंगे। इसके अलावा, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश जैसे राज्यों ने पिछले पांच वर्षों में उल्लेखनीय प्रगति की है, जो भविष्य में वृद्धि को और बल देगी।
निर्यात और डिजिटल अर्थव्यवस्था में उछाल
पिछले एक दशक में भारत का कुल निर्यात 76% बढ़कर 2024-25 में 825 अरब डॉलर तक पहुंच गया। सेवा निर्यात में भी जबरदस्त उछाल आया है, जो 2013-14 में 158 अरब डॉलर से बढ़कर 2024-25 में 387 अरब डॉलर हो गया। डिजिटल लेनदेन (यूपीआई) की मात्रा 2018 से 2024 तक नौ गुना बढ़ी, जिसमें 2024 में 172 अरब से अधिक लेनदेन दर्ज किए गए।
महंगाई में कमी
जून 2025 में खुदरा मुद्रास्फीति (सीपीआई) घटकर 2.1% पर आ गई, जो पिछले छह वर्षों में सबसे निचला स्तर है। यह अर्थव्यवस्था की स्थिरता को दर्शाता है।
2035 तक भारत की जीडीपी 331 लाख करोड़ रुपये तक पहुंची
वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की जीडीपी 106.57 लाख करोड़ रुपये (2014-15 की कीमतों पर) से बढ़कर 331.03 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई। मॉर्गन स्टेनली का अनुमान है कि भारत की यह रफ्तार इसे वैश्विक आर्थिक महाशक्ति बनने की दिशा में ले जाएगी।