नई दिल्ली, 21 जुलाई 2025: भारत ने स्मार्टफोन उत्पादन और निर्यात के क्षेत्र में नया कीर्तिमान स्थापित किया है। एप्पल (Apple) के iPhone उत्पादन में भारत ने न केवल चीन को पछाड़ा है, बल्कि वैश्विक बाजार में अपनी मजबूत स्थिति भी दर्ज की है। वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में भारत से 5 अरब डॉलर से अधिक मूल्य के iPhone निर्यात किए गए, जो देश के कुल स्मार्टफोन निर्यात का लगभग 70% है। यह आंकड़ा पिछले साल की समान तिमाही के 5 अरब डॉलर से 40% अधिक है।
अमेरिका बना सबसे बड़ा बाजार, 78% iPhone भारत में निर्मित
2025 की पहली छमाही में भारत से iPhone निर्यात में 53% की रिकॉर्ड वृद्धि दर्ज की गई। इस दौरान 2.39 करोड़ iPhone यूनिट्स का उत्पादन हुआ, जो पिछले साल की तुलना में 52% अधिक है। विशेष रूप से, अप्रैल 2025 में भारत से अमेरिका को 33 लाख iPhone भेजे गए, जबकि चीन से केवल 9 लाख यूनिट्स निर्यात हुए। अमेरिका में बिकने वाले 78% iPhone अब भारत में बन रहे हैं, जो पिछले साल 53% था।
चीन पर निर्भरता कम, भारत बना एप्पल का नया हब
एप्पल ने भू-राजनीतिक तनाव, व्यापार विवाद और कोविड-19 जैसे जोखिमों को देखते हुए अपनी सप्लाई चेन को डायवर्सिफाई करने की रणनीति अपनाई है। भारत सरकार की ‘मेक इन इंडिया’ और प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम ने फॉक्सकॉन और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे साझेदारों को भारत में निवेश बढ़ाने के लिए प्रेरित किया है। इसका नतीजा यह है कि 2025 की पहली छमाही में भारत से 1.94 लाख करोड़ रुपये के iPhone निर्यात किए गए, जो पिछले साल के 1.26 लाख करोड़ रुपये से 54% अधिक है।
ट्रम्प की धमकी बेअसर, भारत की रफ्तार बरकरार
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एप्पल के सीईओ टिम कुक को भारत में फैक्ट्रियां न लगाने की चेतावनी दी थी, लेकिन भारत ने इस धमकी को नजरअंदाज करते हुए उत्पादन और निर्यात में अभूतपूर्व वृद्धि हासिल की है। भारत में iPhone 17 सीरीज का ट्रायल प्रोडक्शन शुरू हो चुका है, और फॉक्सकॉन जैसे साझेदार कर्नाटक में 2.7 बिलियन डॉलर (₹23,139 करोड़) के प्लांट जैसी सुविधाओं का विस्तार कर रहे हैं।
कुशल कार्यबल और बढ़ता बाजार
भारत का स्मार्टफोन बाजार दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रहा है। लोकल प्रोडक्शन से एप्पल को 6-7% बाजार हिस्सेदारी के साथ इस मांग को पूरा करने में मदद मिल रही है। साथ ही, कम आयात शुल्क के कारण भारत से निर्यात में भी फायदा हो रहा है। 2024 में भारत से iPhone निर्यात 12.8 बिलियन डॉलर (₹1,09,655 करोड़) तक पहुंचा था, और 2025 में इसके और बढ़ने की उम्मीद है।
भारत का भविष्य उज्ज्वल
एप्पल के लिए भारत न केवल कम जोखिम वाला विकल्प साबित हो रहा है, बल्कि कुशल कार्यबल और मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ वैश्विक सप्लाई चेन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि भारत सरकार की नीतियों और कंपनियों के निवेश से भारत जल्द ही वैश्विक स्मार्टफोन उत्पादन का प्रमुख केंद्र बन सकता है।