नई दिल्ली, 6 जनवरी 2025, सोमवार। नेपाल में 18वां भारत-नेपाल संयुक्त अभ्यास, सूर्य किरण, चल रहा है, जो भारतीय और नेपाली सेनाओं के बीच मजबूत साझेदारी को दर्शाता है। इस बार का ये संयुक्त अभ्यास आतंकवाद विरोधी और सीमा के चुनौतीपूर्ण इलाके में सेना के संचालन पर ध्यान केंद्रित करते हुए रखा गया है। दोनों देशों के लिए यह युद्धाभ्यास अपनी सैन्य स्किल्स के आदान-प्रदान और कौशल को निखारने के लिए एक मंच के रूप में कार्य कर रहा है।

इस युद्धाभ्यास के माध्यम से दोनों देश जंगल में जीवित रहने, युद्ध में प्राथमिक उपचार, घात लगाने की रणनीति और हेलीबोर्न ऑपरेशन सहित कठोर युद्ध अभ्यास में सैनिक शामिल होने और चुनौतियों से निपटने की हुनर को निखार रहे हैं। इस युद्धाभ्यास के माध्यम से दोनों देश खतरों को तेजी से जवाब देने की अपनी क्षमता को बढ़ा रहे है। क्लोज-क्वार्टर कॉम्बैट और रूम-क्लियरिंग तकनीकों के साथ शहरी युद्ध प्रशिक्षण में भी दोनों देश उस युद्धाभ्यास के माध्यम से आधुनिक युद्धक्षेत्रों के लिए अपनी सेना को तैयार कर रहे है।

सूर्या किरण युद्धाभ्यास के 18वें संस्करण के दौरान भारत और नेपाल टीम स्पोर्ट्स और योग सत्रों के माध्यम से सेना में फिटनेस की महत्वता को सीख रहे हैं। युद्धाभ्यास सूर्या किरण से दोनों देशों की सेना सैन्य प्रशिक्षण , सामरिक निर्णय लेने और संयम का परीक्षण करने के गुड भी सीख रही है ।

उल्लेखनीय है कि तमाम विवादों के बीच युद्धाभ्यास सूर्य किरण का 18वां संस्करण सैन्य विशेषज्ञता और शांति और सहयोग के अपने मिशन में एकजुट भारतीय और नेपाली बलों के बीच स्थायी बंधन का प्रतीक है।
