माले, 25 जुलाई 2025: भारत और मालदीव ने जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय क्षरण जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत किया है। शुक्रवार को मालदीव की राजधानी माले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज़्ज़ू ने संयुक्त रूप से वृक्षारोपण कर मालदीव सरकार की ‘एक पेड़ माँ के नाम’ पहल को समर्थन दिया। यह पहल मालदीव की 50 लाख वृक्षारोपण की महत्वाकांक्षी प्रतिज्ञा का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य सतत विकास और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, “भारत और मालदीव जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय क्षरण की चुनौतियों को पूरी तरह समझते हैं। हम सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” उन्होंने माले में राष्ट्रपति मुइज़्ज़ू के साथ पौधे रोपने की तस्वीरें साझा करते हुए इस पहल को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

मालदीव, जो समुद्र तल के बढ़ते स्तर और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से सबसे अधिक प्रभावित देशों में से एक है, ने पर्यावरण संरक्षण को अपनी प्राथमिकता बनाया है। ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत मालदीव सरकार ने 50 लाख पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा है, जो न केवल पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देगा, बल्कि सामुदायिक जागरूकता और भागीदारी को भी प्रोत्साहित करेगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि भारत और मालदीव का यह संयुक्त प्रयास न केवल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करता है, बल्कि वैश्विक मंच पर जलवायु परिवर्तन के खिलाफ एकजुटता का संदेश भी देता है। भारत, जो पहले से ही अपनी ‘हरित भारत’ और ‘नेट ज़ीरो’ पहलों के लिए जाना जाता है, इस सहयोग के माध्यम से मालदीव के साथ अपने पर्यावरणीय लक्ष्यों को साझा कर रहा है।

माले में आयोजित इस कार्यक्रम में दोनों नेताओं ने स्थानीय समुदाय के साथ मिलकर पौधे रोपे और पर्यावरण संरक्षण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। मालदीव के पर्यावरण मंत्रालय ने इस अवसर पर कहा कि यह पहल भावी पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और हरा-भरा मालदीव सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।