पाकिस्तानी सेना द्वारा आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद को संरक्षण, आश्रय और पोषण देने के मिले सबूत
जैश आतंकवादियों के हताहत होने की जांच के लिए वरिष्ठ पाकिस्तानी सेना अधिकारी पहुंचे अस्पताल
नई दिल्ली, 7 मई 2025, बुधवार। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का बदला लेने के लिए भारतीय सेना ने अब कार्रवाई शुरू कर दी है। चुन-चुन कर पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को भारत निशाना बना रहा है। खबर है कि भारत ने पाकिस्तान स्थित जैश के मुख्यालय सहित कई ठिकानों को नष्ट कर दिया है। इस हमले पर अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने कहा है, “भारत के इस स्ट्राइक के खिलाफ किसी भी तरह की कार्रवाई करने की पाकिस्तान हिम्मत नहीं करे। भारत को आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने का पूरा अधिकार है।”
भारत द्वारा पाकिस्तान पर किए गए इस हमले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कानपुर की शुभम द्विवेदी की पत्नी एशान्या, जिनके पति पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए थे, ने कहा, “मैं अपने पति की मौत का बदला लेने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद देना चाहती हूं। मेरे पूरे परिवार को उन पर भरोसा था और जिस तरह से उन्होंने पाकिस्तान को जवाब दिया, उसने हमारे भरोसे को कायम रखा है। यही मेरे पति को सच्ची श्रद्धांजलि है। मेरे पति आज जहां भी होंगे, उन्हें शांति मिलेगी।”
आतंक पर भारतीय सेना की एयर स्ट्राइक पर AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी और कहा, “मैं हमारी रक्षा सेनाओं द्वारा पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर किए गए लक्षित हमलों का स्वागत करता हूं। पाकिस्तानी डीप स्टेट को ऐसी सख्त सजा दी जानी चाहिए कि फिर कभी दूसरा पहलगाम न हो। पाकिस्तान के आतंकी ढांचे को पूरी तरह नष्ट कर देना चाहिए। जय हिन्द!”
भारत की ओर से किए गए स्ट्राइक पर भारतीय सेना ने सतर्कता बरतने की सलाह दी है और पाकिस्तान के ISPR मीडिया प्रसारण पर फैली फर्जी खबरों से बचने की अपील की है। भारतीय सेना ने कहा, “मीडिया ISPR की प्लांटेड खबरें आंख मूंदकर शेयर न करे।”
पाकिस्तान का ISPR प्रोपेगंडा फैला रहा है कि “पाकिस्तान द्वारा जवाबी हमले के रूप में भारत के अंदर 15 स्थानों पर मिसाइलों से हमला किया गया है। पाकिस्तानी वायुसेना द्वारा श्रीनगर एयरबेस पर भी हमला किया गया है। भारतीय सेना के ब्रिगेड मुख्यालय को नष्ट कर दिया गया है।”
आइए जानते हैं उन ठिकानों के बारे में, जिन्हें भारतीय सेना ने निशाना बनाया है:
बहावलपुर – अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग 100 किमी दूर स्थित, जहां जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय था, जिसे भारतीय सेना ने ध्वस्त कर दिया है।
मुरीदके – यह आतंकी ठिकाना अंतरराष्ट्रीय सीमा से 30 किमी दूर स्थित है। यहां लश्कर-ए-तैयबा का शिविर था, जो 26/11 मुंबई हमले से जुड़ा था।
गुलपुर – यह आतंकी ठिकाना LoC (पुंछ-राजौरी) से 35 किलोमीटर दूर स्थित है।
लश्कर कैंप सवाई – यह आतंकी ठिकाना पीओजेके तंगधार सेक्टर के अंदर 30 किलोमीटर दूर स्थित है।
बिलाल कैंप – जैश-ए-मोहम्मद का लॉन्चपैड, यह ठिकाना आतंकियों को सीमा पार भेजने के लिए इस्तेमाल किया जाता था।
कोटली – LoC से 15 किमी दूर स्थित लश्कर का शिविर। यह 50 से अधिक आतंकियों की क्षमता वाला ठिकाना था।
बरनाला कैंप – यह आतंकी ठिकाना LoC से 10 किमी दूर स्थित था।
सरजाल कैंप – सांबा-कठुआ के सामने अंतरराष्ट्रीय सीमा से 8 किमी दूर स्थित जैश का प्रशिक्षण केंद्र।
महमूना कैंप (सियालकोट के पास) – यह हिज्बुल मुजाहिदीन का प्रशिक्षण शिविर था और अंतरराष्ट्रीय सीमा से 15 किमी दूरी पर स्थित था।