नई दिल्ली, 16 मई 2025, शुक्रवार। नई दिल्ली में हाल ही में भारत और अफगानिस्तान के बीच कूटनीतिक रिश्तों ने एक नया मोड़ लिया है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अफगान विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी के साथ पहली सार्वजनिक फोन वार्ता की, जो दोनों देशों के बीच बढ़ते विश्वास का प्रतीक है। यह बातचीत ऑपरेशन सिंदूर के बाद आई, जिसने क्षेत्रीय सुरक्षा और सहयोग के लिए नई संभावनाएं खोली हैं।
जयशंकर ने इस वार्ता में अफगानिस्तान में एक समावेशी सरकार के गठन की वकालत की, जो सभी समुदायों के हितों का प्रतिनिधित्व करे। उन्होंने हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा करने के लिए मुत्तकी की सराहना की। इस हमले ने एक बार फिर आतंकवाद के खिलाफ साझा लड़ाई की जरूरत को रेखांकित किया है। मुत्तकी की त्वरित प्रतिक्रिया ने भारत में उनके प्रति विश्वास को और मजबूत किया।
इसके साथ ही, जयशंकर ने ऑपरेशन सिंदूर से जुड़ी ‘फॉल्स फ्लैग’ ऑपरेशन की अफवाहों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत का उद्देश्य क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बढ़ावा देना है। यह वार्ता दोनों देशों के बीच सहयोग के नए द्वार खोल सकती है, खासकर आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई और क्षेत्रीय विकास के क्षेत्र में।
यह बातचीत न केवल कूटनीतिक स्तर पर महत्वपूर्ण है, बल्कि यह दक्षिण एशिया में शांति और सहयोग की दिशा में एक बड़ा कदम भी है। भारत और अफगानिस्तान का यह गठजोड़ भविष्य में क्षेत्रीय स्थिरता के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है।