G-20 शिखर सम्मेलन के बीच में उपभोक्ताओं के लिए एक ख़ुशख़बरी है । भारत सरकार ने कई अमेरिकी उत्पादों के आयात पर अतिरिक्त चार्ज ख़त्म कर दिए हैं । भारत ने चना, दाल और सेब सहित लगभग आधा दर्जन से अधिक अमेरिकी उत्पादों पर अतिरिक्त शुल्क हटा दिया है। जिसका सीधा फ़ायदा भारतीय उपभोक्ता को मिलेगा और ऐन बाज़ार में ये वस्तुएँ सस्ते दामों में उपलब्ध होंगी । बता दें कि साल 2019 में स्टील और एल्यूमीनियम उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाने के अमेरिका के फैसले के जवाब में भारत ने ये अतिरिक्त शुल्क अमेरिकी उत्पादों पर लगाए गए थे । ये उत्पाद रोज़मर्रा की ज़िंदगी से जुड़े थे ज़ाहिर सी बात है दाम बढ़ने की वजह से उपभोगताओं का रुझान इन पदार्थों को लेकर घटा था जिसका असर अमेरिकी बाज़ार पर भी पड़ा था । उस समय कुल 28 अमेरिकी उत्पादों पर ये शुल्क लगाए गए थे। यह कदम 9-10 सितंबर को जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की भारत यात्रा से पहले उठाया गया है। वित्त मंत्रालय ने 5 सितंबर को एक अधिसूचना में कहा, चना दाल, (मसूर), सेब, छिलके वाले अखरोट और ताजा या सूखे बादाम, छिलके वाले बादाम सहित अन्य उत्पादों पर से ये शुल्क हटा दिया गया है। इन पर 10 से 20 फीसदी तक और 7 रुपये किलो से 20 रुपये किलो तक का शुल्क लगाया गया था। जून में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी यात्रा के दौरान दोनों देशों ने छह डब्ल्यूटीओ (विश्व व्यापार संगठन) विवादों को समाप्त करने और कुछ अमेरिकी उत्पादों पर प्रतिशोधात्मक शुल्क हटाने का फैसला लिया था। लगभग आधा दर्जन अमेरिकी उत्पादों पर से अतिरिक्त शुल्क हटाने से देश में ये वस्तुएं अब सस्ते दाम पर उपलब्ध होंगी । भारत के लिए यह फायदे का सौदा है, क्योंकि इसके बदले अमेरिकी में भारतीय घरेलू इस्पात और एल्यूमिनियम उत्पादों को अमेरिकी बाजार स्थान मिलेगा। उल्लेखनीय है कि अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है।