भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज रविवार (26 दिसंबर) से शुरू हो रही है। एक तरफ टीम इंडिया की नजर अफ्रीकी जमीन पर पहली बार सीरीज जीने पर है तो दूसरी ओर खेल प्रशंसकों को चेतेश्वर पुजारा और अजिंक्य रहाणे से बड़ी पारी की उम्मीद है। रहाणे और पुजारा लंबे समय से शतक नहीं लगा सके हैं। इसे लेकर उनकी आलोचना हो रही है। मैच से पहले पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज जहीर खान ने दोनों को सलाह दी है कि अपने प्रदर्शन से वे लोगों का मुंह करें।
पुजारा ने टेस्ट में 1087 दिन तो रहाणे ने 363 दिन से कोई शतक नहीं लगाया है। पुजारा ने आखिरी शतक सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 3 जनवरी 2019 को लगाया था। उसके बाद से उन्होंने 11 अर्धशतक लगाए हैं। एक बार नर्वस नाइनटीज का शिकार भी हुए। रहाणे के पिछले शतक की बात की जाए तो उन्होंने भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही लगाया था। मेलबर्न में पिछले साल 26 दिसंबर को 112 रन की पारी की खेली थी। उसके बाद उन्होंने 12 टेस्ट में सिर्फ दो अर्धशतक लगाए हैं।
भारी दबाव में हैं अजिंक्य रहाणे, जहीर
जहीर खान ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में कहा- अजिंक्य रहाणे का प्रदर्शन मिलाजुला रहा। इसमें तो कोई शक ही नहीं है। यह सत्य है कि वह भारी दबाव में है। किसी भी क्रिकेटर के लिए इस तरह के दौर से बाहर निकलने के लिए मानसिक मजबूती की जरूरत होती है। अच्छी बात यह है कि वह अभी भी टीम में हैं और एक पारी दूर हैं। एक बल्लेबाज या क्रिकेटर के तौर पर आपको ऐसा विश्वास होना चाहिए। मेरे व्यक्तिगत अनुभव के अनुसार, अगर कोई खराब दौर से गुजर रहा है, तो आपको यह विश्वास होना चाहिए कि आप उस अच्छे प्रदर्शन से सिर्फ एक पारी या एक अच्छी पारी दूर हैं।
जहीर ने रहाणे के बारे में आगे कहा- यदि आप एक पारी में शानदार प्रदर्शन करते हैं, तो चीजें भी बहुत तेजी से बदलती हैं। इस स्तर पर मैं अजिंक्य को यही सलाह दूंगा। एक क्रिकेटर के तौर पर आपको इन चुनौतियों को स्वीकार करने और उनका सामना करने की जरूरत है।
क्या ये चेतेश्वर पुजारा के लिए आखिरी मौका है?
जहीर खान ने भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 610 और आईपीएल में 102 विकेट लिए हैं। उन्होंने रहाणे के बाद पुजारा के बारे में भी बात की। जहीर से पूछा गया कि क्या ये पुजारा के लिए आखिरी मौका है तो उन्होंने कहा कि मैं इन सब चीजों में विश्वास नहीं
जहीर ने कहा- मैं सिर्फ एक क्रिकेटर के नजरिए से बात करूंगा। ये चीजें आपके नियंत्रण में नहीं हैं। जब आप मैच खेल रहे होते हैं तो आपके नियंत्रण में क्या होता है? सिर्फ बेहतर प्रदर्शन करना। उच्चतम स्तर पर खेलने पर यही चुनौतियां आपके सामने आती हैं। यह एक प्रक्रिया है। आपको बस अपने प्रदर्शन से शोर मचाने वालों का मुंह बंद करना है।