जयपुर, 2 जनवरी 2025, गुरुवार। उत्कर्ष कोचिंग सेंटरों पर आयकर विभाग की छापेमारी ने शिक्षा के व्यवसायीकरण के खिलाफ एक बड़ी लड़ाई को उजागर किया है। जयपुर में एनएसयूआई ने शिक्षा के व्यापारियों के खिलाफ मजबूती से लड़ाई लड़ रही है, और उत्कर्ष कोचिंग के खिलाफ इनकम टैक्स की कार्यवाही की गई है।
उत्कर्ष कोचिंग सेंटरों पर आयकर विभाग की छापेमारी से पता चलता है कि कोचिंग माफिया छात्रों और अभिभावकों से भारी-भरकम फीस वसूलकर शिक्षा को मुनाफे का धंधा बना चुके हैं। शिक्षा, जो एक अधिकार और सेवा होनी चाहिए, अब मुनाफाखोरी और अनैतिक गतिविधियों का केंद्र बन गई है।
एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष विनोद जाखड़ ने बताया कि एनएसयूआई के अथक प्रयासों से आज उत्कर्ष कोचिंग के खिलाफ फिर से इनकम टैक्स की कार्यवाही की गई है। यह कार्यवाही शिक्षा के व्यवसायीकरण के खिलाफ एक बड़ी लड़ाई को उजागर करती है।
उत्कर्ष कोचिंग सेंटरों पर आयकर विभाग की छापेमारी से यह स्पष्ट होता है कि कोचिंग माफिया न केवल आर्थिक शोषण करते हैं, बल्कि टैक्स चोरी कर सरकार को भी राजस्व का बड़ा नुकसान पहुंचाते हैं। इस तरह की घटनाएं दिखाती हैं कि शिक्षा क्षेत्र में पारदर्शिता, नैतिकता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाने और कोचिंग संस्थानों पर कड़ी निगरानी रखने की जरूरत है।
आखिरकार, यह लड़ाई शिक्षा के व्यवसायीकरण के खिलाफ एक बड़ी लड़ाई है, और एनएसयूआई इसके लिए मजबूती से लड़ रही है।