देश में बीते एक दिन में 2.58 लाख नए मरीज मिले हैं। इस दौरान हर पांचवां सैंपल संक्रमित मिला है। दैनिक जांच में करीब तीन लाख सैंपल की कमी रहने की वजह से नए मरीजों की संख्या में करीब 12 हजार की गिरावट आई। हालांकि, संक्रमण दर करीब 20 फीसदी तक पहुंच गई है, जो साल 2020 के बाद दूसरी बार है। वहीं, कोरोना की तीसरी लहर में महज 16 दिन में सक्रिय मरीजों में 1255 फीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज हुई है।
ओमिक्रॉन से संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ते हुए आठ हजार पार हो गई है। अब तक देश में 8,209 ओमिक्रॉन रोगी मिले हैं। वायरस के इस नए स्वरूप के मरीज सबसे ज्यादा महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और दिल्ली में हैं। अब तक 29 राज्यों में ओमिक्रॉन संक्रमितों की पुष्टि हुई है। इनमें से 3,109 मरीजों को छुट्टी मिल चुकी है।
रेमडेसिविर अब होम आइसोलेशन में उपचाराधीन संक्रमित को नहीं दी जा सकेगी। भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (आईसीएमआर) और एम्स ने मिलकर कोविड उपचार प्रोटोकॉल में संशोधन किया है। इसके तहत ऐसे मरीज जिन्हें ऑक्सीजन थैरेपी नहीं दी जा रही, उनके लिए भी इस दवा का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। रेमडेसिविर केवल उन्हीं संक्रमितों को दी जा सकती है, जिन्हें करीब 10 दिन से परेशानी है और उनका उपचार अस्पताल में चल रहा है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि एक-दूसरे पर दोषारोपण से कोरोना वायरस खत्म नहीं होने वाला है। दरअसल, हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने राज्य के कुछ जिलों में कोरोना के तेजी से फैल रहे मामलों के लिए दिल्ली को जिम्मेदार ठहराया था।
विज के इस बयान पर केजरीवाल ने पलटवार करते हुए कहा कि आरोप प्रत्यारोप से बीमारी खत्म नहीं होगी। मैं इस पछड़े में नहीं पड़ना चाहता। देश में कहीं भी कोरोना है तो ये अच्छी बात नहीं है। चाहे वह हरियाणा में हो या दिल्ली में। वहीं, दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने विज के बयान पर कहा, यह सब सिर्फ राजनीति बातें हैं।
अगर हम कह दें कि हमारे यहां विदेश से आने वालों की वजह से कोरोना हुआ है फिर। उन्होंने कहा कि मैं आपको ये भी बता सकता हूं कि हरियाणा के कितने लोग दिल्ली में संक्रमित हैं। हर रोज जो दिल्ली की लिस्ट आती है, उसमें हजार से भी ज्यादा लोग दिल्ली से बाहर के होते हैं।