अयोध्या, 22 जुलाई 2025: सावन के इस पवित्र महीने में भगवान शिव और श्री राम की नगरी अयोध्या में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ रही है। भोले के भक्त अपनी आस्था की डुबकी सरयू नदी में लगाने के साथ-साथ नागेश्वरनाथ मंदिर, हनुमानगढ़ी और श्री राम मंदिर के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। इस आध्यात्मिक उत्साह को और भव्य बनाने के लिए जिला प्रशासन ने हेलीकॉप्टर से हनुमानगढ़ी मंदिर, नागेश्वरनाथ मंदिर, दर्शन मार्ग, सरयू घाट, लता मंगेशकर चौक और श्री राम मंदिर पर पुष्प वर्षा कराई, जिसने इस पावन नजारे को और भी मनोरम बना दिया।
सावन के महीने में अयोध्या की आध्यात्मिक महक और भक्ति का रंग चरम पर है। सुबह से ही सरयू नदी के घाटों पर स्नान करने वालों की कतारें देखी जा रही हैं। इसके बाद भक्त नागेश्वरनाथ मंदिर में भगवान शिव की पूजा-अर्चना और हनुमानगढ़ी में हनुमान जी के दर्शन के लिए उमड़ पड़ते हैं। श्री राम मंदिर में प्रभु राम के दर्शन के लिए भक्तों की लंबी कतारें लग रही हैं। स्थानीय प्रशासन के अनुसार, इस बार सावन में भक्तों की संख्या पिछले वर्षों की तुलना में काफी अधिक है।
जिला प्रशासन ने भक्तों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्थाएं की हैं। सुरक्षा, स्वच्छता और दर्शन की व्यवस्था को सुचारु रखने के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती की गई है। पुष्प वर्षा के इस अनूठे आयोजन ने भक्तों में उत्साह का संचार किया। एक भक्त राम प्रसाद ने कहा, “हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा का नजारा देखकर मन प्रफुल्लित हो गया। यह सावन और भी यादगार बन गया।”
अयोध्या के इस भक्ति मय माहौल में देश-विदेश से आए श्रद्धालु आध्यात्मिक शांति और भक्ति में डूबे नजर आए। प्रशासन ने सभी श्रद्धालुओं से व्यवस्था बनाए रखने और दर्शन के लिए निर्धारित नियमों का पालन करने की अपील की है। सावन का यह पावन माह अयोध्या में भक्ति और श्रद्धा का अनुपम संगम बन गया है।