मथुरा, 6 जुलाई 2025: उत्तर प्रदेश के मथुरा में मुड़िया मेले के निरीक्षण के दौरान एक अनोखा वाकया सामने आया, जिसने हर किसी का ध्यान खींच लिया। जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) सीपी सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्लोक कुमार के काफिले को एक होमगार्ड ने बागड़ी प्याऊ तिराहे पर रोक दिया। खास बात ये कि डीएम-एसएसपी ने अपना परिचय देने के बावजूद होमगार्ड ने नियमों का पालन करते हुए उनके ई-रिक्शा को परिक्रमा मार्ग में प्रवेश करने से रोक दिया।
दरअसल, डीएम और एसएसपी मेले की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए ई-रिक्शा से निकले थे। लेकिन परिक्रमा मार्ग में ई-रिक्शा पर प्रतिबंध के आदेश का पालन करते हुए होमगार्ड ने काफिले को रोक लिया। होमगार्ड ने बिना किसी दबाव के अपनी ड्यूटी निभाई और कहा, “नियम तो नियम हैं, कोई भी हो, ई-रिक्शा को यहां नहीं जाने दिया जाएगा।”
हैरानी की बात ये रही कि डीएम और एसएसपी ने न केवल होमगार्ड की इस कर्तव्यनिष्ठा की सराहना की, बल्कि बिना किसी नाराजगी या विशेषाधिकार का प्रदर्शन किए काफिले का रास्ता बदल लिया और निरीक्षण कार्य जारी रखा। इस घटना ने दोनों अधिकारियों की सादगी और होमगार्ड की निष्ठा को सुर्खियों में ला दिया।
एसएसपी श्लोक कुमार ने होमगार्ड की तारीफ करते हुए कहा, “होमगार्ड ने नियमों का पालन कर एक मिसाल कायम की है। उनकी ड्यूटी के प्रति निष्ठा सराहनीय है।” यही नहीं, एसएसपी ने होमगार्ड को जल्द ही एक मीटिंग में सम्मानित करने का ऐलान भी किया है।
स्थानीय लोग भी इस घटना की जमकर तारीफ कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि जहां एक ओर होमगार्ड ने बिना डरे अपनी जिम्मेदारी निभाई, वहीं डीएम-एसएसपी ने भी नियमों का सम्मान कर एक आदर्श प्रस्तुत किया। यह वाकया न केवल मथुरा में चर्चा का विषय बना है, बल्कि यह दिखाता है कि कर्तव्य और नियमों के सामने सभी बराबर हैं।