नई दिल्ली, 10 जुलाई 2025: देश में कपास की घटती उत्पादकता और किसानों के सामने बढ़ते संकट को देखते हुए केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने कपास उत्पादन बढ़ाने और लागत घटाने के लिए 11 जुलाई 2025 को कोयंबटूर में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। इस बैठक में कपास उत्पादक किसानों, किसान संगठनों, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के वैज्ञानिकों, कपास उत्पादक राज्यों के कृषि मंत्रियों, सरकारी अधिकारियों, उद्योग प्रतिनिधियों और कृषि विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञ शामिल होंगे।
चौहान ने कहा कि बी.टी. कॉटन पर टीएसवी वायरस के हमले से कपास की उत्पादकता में लगातार कमी आई है, जिससे किसान आर्थिक संकट में हैं। उनका लक्ष्य जलवायु अनुकूल, वायरस प्रतिरोधी बीज विकसित कर उत्पादन बढ़ाना और लागत कम करना है। उन्होंने किसानों से इस मुद्दे पर सुझाव मांगते हुए कहा, “हम कपास की उत्पादकता और गुणवत्ता बढ़ाने के लिए गंभीर चिंतन कर रहे हैं। किसान भाई-बहन अपने सुझाव टोल-फ्री नंबर 18001801551 पर भेजें।”
मंत्री ने आश्वासन दिया कि सभी सुझावों को गंभीरता से लिया जाएगा और एक ठोस रोडमैप तैयार किया जाएगा। यह बैठक कपास उत्पादन को नई दिशा देने की दृष्टि से महत्वपूर्ण मानी जा रही है।