कोलकाता, 2 अक्टूबर। आज यानी 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री दोनों की जयंती है। इस मौके पर हर कोई बापू के अमूल्य योगदान और सादगी की मिसाल व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को नमन कर रहा है। आज पीएम नरेंद्र मोदी ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। इसके अलावा भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं, केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव बुधवार को पश्चिम बंगाल के कोलकाता के गार्डन रीच में आयोजित स्वच्छता अभियान कार्यक्रम में शामिल हुए। वैष्णव ने गांधी जयंती के अवसर पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि भी दी। उनके साथ केंद्रीय मंत्री सुकांत मजूमदार भी मौजूद थे। इस अवसर पर वैष्णव ने बेलियाघाटा पड़ोस में स्थित हैदरी मंजिल का भी दौरा किया, जिसे गांधी भवन के नाम से भी जाना जाता है। यह ऐतिहासिक महत्व रखता है क्योंकि यह वह स्थान है जहां महात्मा गांधी अगस्त 1947 में भारत की स्वतंत्रता के महत्वपूर्ण दौर में रुके थे।
इस अवसर पर पत्रकारों से बात करते हुए वैष्णव ने महात्मा गांधी की जयंती पर लोगों को शुभकामनाएं दीं और आगे कहा कि यह ‘देवी पक्ष’ की शुरुआत भी है। वैष्णव ने कहा, आज महात्मा गांधी की जयंती है और ‘देवी पक्ष’ की शुरुआत भी है। पूरे देश में ‘स्वच्छता अभियान’ मनाया जा रहा है, इसलिए हमें यह सुनिश्चित करने की ज़रूरत है कि हर जगह स्वच्छता बनी रहे। वैष्णव ने कोलकाता में ब्रेथवेट एंड कंपनी लिमिटेड के प्लांट का भी दौरा किया , जो रेलवे वैगन और अन्य उत्पादों के निर्माण में लगी एक भारतीय सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी है। वैष्णव ने कहा कि कंपनी को लंबे समय से घाटा हो रहा है, लेकिन उसने व्यवस्थित तरीके से खुद को संभाला है।
वैष्णव ने कहा, ब्रेथवेट एक बहुत प्रसिद्ध कंपनी है, जिसे बहुत लंबे समय से नुकसान उठाना पड़ रहा है। पिछले 10 वर्षों में, कंपनी ने व्यवस्थित रूप से पुनरुद्धार किया है। नई प्रौद्योगिकियों, विनिर्माण क्षमताओं को पेश और विकसित किया गया, जो एक पीएसयू कंपनी के पुनरुद्धार का एक अच्छा उदाहरण है। पिछले साल कंपनी का राजस्व 1,100 करोड़ रुपये था और इस साल राजस्व 1,400 करोड़ रुपये होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कंपनी को बहुत अच्छे से पुनर्जीवित किया है और आज मैं यहां प्लांट के निरीक्षण और यहां स्वच्छता पहल की योजना बनाने के लिए आया हूं।
इससे पहले आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के 10 साल पूरे होने पर स्कूली बच्चों के साथ स्वच्छता अभियान में हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि ‘स्वच्छ भारत मिशन’ इस सदी में दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे सफल आंदोलन है, जिसे लोग कई सालों बाद भी याद रखेंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन ने जन भागीदारी और जन नेतृत्व के प्रदर्शन के माध्यम से लोगों की ऊर्जा को दर्शाया है। कार्यक्रम में बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, स्वच्छ भारत मिशन करोड़ों भारतीयों की निस्वार्थ प्रतिबद्धता का प्रतीक है और पिछले 10 वर्षों में करोड़ों भारतीयों ने इस मिशन को अपनाया है और इसे अपने जीवन का हिस्सा बनाया है।
हैदरी मंजिल… बापू से था खास कनेक्शन!
बेलियाघाटा इलाके में स्थित हैदरी मंजिल को गांधी भवन के नाम से भी जाना जाता है। इसका ऐतिहासिक महत्व है क्योंकि यह वह स्थान है जब देश आजाद हो रहा था तो यहां महात्मा गांधी अगस्त 1947 में रुके थे। सांप्रदायिक तनाव को कम करने के लिए बापू यहां कुछ सप्ताह तक रुके थे। उनके सम्मान में इसका नाम बदलकर गांधी भवन कर दिया गया। इस जगह का मालिकाना हक दाऊदी बोहरा समुदाय के सदस्य हुसैना बंगाली के पास था। यहां महात्मा गांधी 13 अगस्त 1947 को आए थे और करीब 25 दिनों तक यहीं पर रुके थे। स्वतंत्रता के दिन जब देश जश्न मना रहा था तब महात्मा गांधी ने सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए उपवास और प्रार्थना करने का विकल्प चुना था।
14 अगस्त, 1947 की बात है। हिंदुओं और मुसलमानों की घनी आबादी वाला इलाका हैदरी मंजिल पर महात्मा गांधी बिना किसी सुरक्षा के दंगा शांत कराने के लिए पहुंचे तो उन्हें देखते ही लोगों ने नारा लगाया, ‘महात्मा गांधी वापस जाओ’। लेकिन वह इस संकल्प के साथ आए थे कि या तो दंगाइयों को शांत करेंगे या सदा के लिए खुद शांत हो जाएंगे। दो दिन बाद इसी स्थान पर बड़ी संख्या में हिंदू और मुसलमान दोनों जमा हो रहे थे, और उनके साथ अगले दिन आजादी का सूर्योदय देखने के लिए लालायित थे। आश्चर्य की बात थी कि महज दो दिन पहले एक-दूसरे को अपनी जान का दुश्मन समझने वाले और एक-दूसरे को संदिग्ध नजरों से देखने वाले हिंदू-मुसलमान दोनों हैदरी मंजिल में एक साथ थे, और वहां वे एक-दूसरे पर संदेह नहीं कर रहे थे।