वाराणसी, 16 मई 2025, शुक्रवार। वाराणसी के चौबेपुर थाना क्षेत्र के छितौनी गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना ने सबको स्तब्ध कर दिया। शादी के महज सातवें दिन एक पति ने अपनी नई-नवेली दुल्हन को लाठी-डंडों से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। हत्या को छिपाने के लिए उसने शव को घर के बाहर मड़ई में रखकर कपड़े फाड़ दिए, ताकि यह दुष्कर्म का मामला लगे। आरोपी पति राजू पाल का अतीत भी कम खौफनाक नहीं—दो पत्नियों को प्रताड़ित कर भगाने और सात साल पहले एक हत्या के लिए जेल की सजा काट चुका यह शख्स अब तीसरी पत्नी की हत्या के जुर्म में सलाखों के पीछे है।
शादी का सपना, सात दिन में कत्ल की साजिश
9 मई 2025 को राजू पाल ने जौनपुर के रतनूपुर गांव की आरती पाल (28) से तीसरी शादी रचाई। भटौली के दुर्गा मंदिर में रिश्तेदारों की मौजूदगी में हुई इस शादी को परिवार ने राजू को “सुधारने” का आखिरी मौका माना था। आरती, जो रिश्ते में राजू की परिचित थी, शादी के बाद उसके साथ छितौनी गांव में रहने आई। लेकिन यह नया रिश्ता सात दिन भी नहीं टिक सका।
एक फोन कॉल ने छीनी जिंदगी
पुलिस और रिश्तेदारों के मुताबिक, शादी के चौथे दिन एक रिश्तेदार के फोन कॉल ने राजू और आरती के बीच तनाव पैदा कर दिया। राजू ने आरती को उस शख्स से बात करने से मना किया, लेकिन आरती ने उसकी बात को तवज्जो नहीं दी। 15 मई की रात, जब फिर वही फोन आया, तो राजू का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया। रात करीब एक बजे, जब आरती सो रही थी, राजू ने लाठी उठाई और उस पर ताबड़तोड़ प्रहार किए। आरती की मौके पर ही मौत हो गई।

हत्या को दुष्कर्म का रंग देने की साजिश
हत्या के बाद राजू ने अपने जुर्म को छिपाने की घिनौनी चाल चली। उसने आरती के कपड़े फाड़ दिए और शव को घर के बाहर मड़ई में रख दिया। इसके बाद वह रात के अंधेरे में घर से फरार हो गया। उसका मकसद था कि पुलिस और गांव वाले इसे दुष्कर्म और हत्या का मामला समझें। लेकिन उसकी यह चाल ज्यादा देर नहीं चली।
पड़ोसियों की सूचना, पुलिस का शक
सुबह जब पड़ोसियों ने मड़ई में आरती का शव देखा, तो उन्होंने राजू को बुलाया। वह रोता-चिल्लाता हुआ पहुंचा और दावा करने लगा कि किसी ने उसकी पत्नी के साथ गलत काम कर हत्या की है। लेकिन उसकी नाटकीय हरकतों ने पुलिस का शक गहरा कर दिया। मौके पर पहुंची चौबेपुर पुलिस ने तुरंत पूछताछ शुरू की। राजू घबरा गया और भागने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उसे दबोच लिया। फोरेंसिक और डॉग स्क्वायड की जांच के बाद राजू ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
राजू का काला अतीत
गांव वालों ने बताया कि राजू का इतिहास हिंसा और प्रताड़ना से भरा है। उसकी पहली पत्नी संध्या पाल (गाजीपुर) और दूसरी पत्नी पुष्पा पाल (मिर्जापुर) उसकी मारपीट से तंग आकर उसे छोड़ चुकी हैं। सात साल पहले राजू ने अपनी बहन के प्रेमी की हत्या कर दी थी, जिसके लिए उसे सात साल की सजा हुई। नवंबर 2024 में जेल से छूटने के बाद परिजनों ने उसकी शादी आरती से कराई, उम्मीद थी कि वह सुधर जाएगा। लेकिन राजू ने एक बार फिर अपनी क्रूरता दिखा दी।

पुलिस की कार्रवाई
चौबेपुर थाने के इंस्पेक्टर जगदीश कुशवाहा ने बताया कि राजू पाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटनास्थल की जांच में लाठी और अन्य सबूत बरामद किए गए हैं। राजू के पिता ने 11 साल पहले छितौनी गांव में दो बीघा जमीन खरीदी थी, जहां यह परिवार टीन शेड में रहता था।
एक अधूरी प्रेम कहानी का दर्दनाक अंत
आरती और राजू की शादी, जो एक नई शुरुआत का वादा थी, सात दिन में ही खून से सन गई। यह घटना न केवल एक परिवार का दुख है, बल्कि समाज के लिए भी एक चेतावनी है—क्या हिंसा का इतिहास रखने वाले लोगों को बार-बार मौके दिए जाने चाहिए? वाराणसी की इस घटना ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है।