लखनऊ, 31 मार्च 2025, सोमवार। अंबेडकरनगर के लिए गर्व का पल आया जब समाजसेवा के अनमोल रत्न धर्मवीर बग्गा को उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रतिष्ठित गुरु गोविंद सिंह राष्ट्रीय एकता पुरस्कार से सम्मानित किया। लखनऊ में रविवार को आयोजित एक भव्य समारोह में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने उनके हाथों यह पुरस्कार प्रदान किया, जिसमें एक लाख रुपये की धनराशि और प्रशस्ति-पत्र शामिल था। इस खबर ने पूरे जिले में खुशी की लहर दौड़ा दी।
धर्मवीर बग्गा कोई साधारण नाम नहीं, बल्कि मानवता की सेवा में समर्पित एक ऐसी शख्सियत हैं, जिन्होंने पिछले 20 वर्षों में अपनी निस्वार्थ सेवा से समाज के लिए एक मिसाल कायम की है। उन्होंने 1000 से अधिक बेटियों की शादी कराकर कन्यादान का पुण्य कार्य किया, अनगिनत लावारिस शवों का अंतिम संस्कार कर उनकी आत्मा को शांति दी, और कोविड जैसे संकट के दौर में भी अपनी जिम्मेदारी से पीछे नहीं हटे। उस मुश्किल वक्त में उन्होंने 5 लाख लीटर होम सैनिटाइजर, 1 लाख शीशी हैंड सैनिटाइजर और 50 हजार मास्क मुफ्त बांटकर लोगों की जान बचाने में योगदान दिया।
इतना ही नहीं, पिछले 8 सालों से लगातार लंगर की सेवा, कन्या भ्रूण हत्या जैसे सामाजिक अपराधों के खिलाफ जागरूकता अभियान, और राष्ट्र व समाज के प्रति समर्पित जीवन—यह सब उनकी सेवा की वो कहानी है, जो हर किसी को प्रेरित करती है। मानवाधिकारों की रक्षा, सामाजिक न्याय और राष्ट्रीय एकता के लिए उनके योगदान को देखते हुए जिला अधिकारी अविनाश सिंह ने उन्हें इस पुरस्कार के लिए प्रस्तावित किया था, जिसे राज्य सरकार ने स्वीकार कर उन्हें यह सम्मान दिया।
पुरस्कार मिलने पर जिला अधिकारी अविनाश सिंह, मुख्य विकास अधिकारी आनंद कुमार शुक्ला, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार वर्मा सहित तमाम राजनीतिक और सामाजिक हस्तियों ने हर्ष जताया। धर्मवीर बग्गा की यह उपलब्धि न केवल उनके अथक परिश्रम का प्रमाण है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि सच्ची सेवा और समर्पण का फल समाज और राष्ट्र हमेशा याद रखता है। यह सम्मान हर उस व्यक्ति के लिए प्रेरणा है जो समाज में बदलाव लाना चाहता है।