प्रयागराज, 29 दिसंबर 2024, रविवार। प्रयागराज, एक प्राचीन और पवित्र शहर, जो सनातन संस्कृति और आस्था का केंद्र है। इस शहर को तीर्थराज प्रयागराज कहा जाता है, क्योंकि यह समस्त पुरियों और तीर्थों का राजा है। प्रयागराज के मुख्य बाजार चौक में स्थित लोकनाथ मोहल्ला एक प्रसिद्ध स्थान है, जो बाबा लोकनाथ के नाम पर पड़ा है। माना जाता है कि बाबा लोकनाथ काशी के बाबा विश्वनाथ का प्रतिरूप हैं।
बाबा लोकनाथ की प्राचीनता के बारे में सही तौर पर कुछ नहीं कहा जा सकता, लेकिन यहां के पुजारी बताते हैं कि स्कंद पुराण के रेवा खण्ड और महाभारत के शांतिपर्व में बाबा लोकनाथ का वर्णन आता है। बाबा लोकनाथ के दर्शन और पूजन से समस्त सांसारिक कष्ट दूर होते हैं। महाकुम्भ के दौरान भगवान शिव के भक्त बड़ी संख्या में अपने आराध्य के दर्शन और पूजन के लिए यहां आने वाले हैं।
प्रयागराज का छुपा हुआ रत्न: बाबा लोकनाथ महादेव की पवित्र कथा
प्रयागराज के लोकनाथ मोहल्ले में एक छुपा हुआ रत्न है – बाबा लोकनाथ महादेव का मंदिर। यह मंदिर भारती भवन लाइब्रेरी के ठीक पीछे स्थित है और इसका नाम इस मोहल्ले को दिया गया है। बाबा लोकनाथ के पुजारी गौरी शंकर पाण्डेय ने बताया कि बाबा लोकनाथ स्वयंभू शिवलिंग हैं और उनका वर्णन स्कंद पुराण के रेवा खण्ड में मिलता है। इसके अलावा, महाभारत के शांति पर्व में भी प्रयाग के बाबा लोकनाथ का वर्णन आया है। बाबा लोकनाथ का पूजन सावन माह, प्रदोष और शिवरात्रि के दिन विशेष रूप से किया जाता है। न केवल प्रयागराजवासी बल्कि दूर-दूर से संगम आने वाले श्रद्धालु लोकनाथ महादेव का दर्शन करने जरूर आते हैं। यह मंदिर एक पवित्र स्थल है जहां लोग अपनी आस्था और श्रद्धा के साथ आते हैं।
बाबा लोकनाथ मंदिर: प्रयागराज की पवित्र धरोहर
बाबा लोकनाथ मंदिर, प्रयागराज का एक पवित्र स्थल है, जिसका इतिहास और महत्व बहुत गहरा है। इस मंदिर के पुजारी गौरी शंकर ने बताया कि नाथ संप्रदाय के मछंदरनाथ या मत्स्येंद्रनाथ ने प्राचीनकाल में यहां चतुर्मास पूरा किया था। इस मंदिर में भगवान लोकनाथ के साथ उनकी सवारी नंदी महाराज, भगवान गणेश व भवानी स्वरूप माता पार्वती और शेषनाग की प्राचीन प्रतिमाएं हैं। इसके अलावा, स्थानीय लोगों ने माता दुर्गा, हनुमान जी व अन्य देवी-देवताओं की मूर्तियां भी स्थापित की हैं।
यह मंदिर प्रयागराज की प्रसिद्ध हस्तियों के लिए भी महत्वपूर्ण है, जिनमें मदन मोहन मालवीय, छुन्नन गुरु, पं श्रीधर पाठक शामिल हैं। इसके अलावा, प्रधानमंत्री रहते हुए इंदिरा गांधी और वी.पी. सिंह ने भी बाबा लोकनाथ का दर्शन और पूजन किया था। शिवरात्रि के दिन निकले वाली बाबा लोकनाथ की शिव बारात प्रयागराज की ऐतिहासिक शिव बारात है, जिसमें लोग बड़ी संख्या में भाग लेते हैं। इसके अलावा, जनप्रिय नेता छुन्नगुरु के समय से होने वाली लोकनाथ चौराहे की होली खेलने और देखने दूर-दूर से लोग आते हैं।