नई दिल्ली, 29 दिसंबर 2024, रविवार। दक्षिण कोरिया में रविवार को 181 लोगों को ले जा रहा जेजू एयर बोइंग 737-800 विमान लैंडिंग गियर में खराबी के कारण रनवे से फिसलकर बाड़ से जा टकराया, इस हादसे में 179 लोगों की जान चली गई, न्यूज एजेंसी ने फायर ब्रिगेड कर्मियों के हवाले से बताया कि विमान में दो लोग जीवित बचे हैं, जबकि अन्य सभी यात्री और चालक दल के सदस्यों की मौत हो गई है। विमान में 175 यात्री और क्रू मेंबर के 6 सदस्य सवार थे। यात्रियों में से 173 दक्षिण कोरियाई नागरिक हैं, और 2 अन्य के पास थाई पासपोर्ट हैं।
हादसे का एक वीडियो सामने आया है जिसमें विमान रनवे से उतरकर दूर तक फिसलता हुआ दिखाई दे रहा है और आगे जाकर एक फेंसिंग से टकरा जाता है। टकराने के बाद विमान में एक जोरदार धमाका होता है और इसके परखच्चे उड़ जाते हैं। टकराने के तुरंत बाद ही विमान में आग लग जाती है।स्थानीय मीडिया के अनुसार, अधिकारियों का मानना है कि विमान पक्षियों के झुंड से टकराया था, जिसके कारण उसके लैंडिंग गियर में खराबी आ गई।
कोरिया हेराल्ड ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि विमान दूसरी बार उतरने की कोशिश के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। एयरपोर्ट का चक्कर लगाने के बाद विमान को लैंडिंग गियर को पूरी तरह से फैलाए बिना इमरजेंसी बेली लैंडिंग कराने की कोशिश की गई। इसके बाद विमान टूटकर टुकड़ों में बिखर गया। दुर्घटना स्थल से धुएं का घना गुबार उठने लगा। अब तक एक यात्री और एक चालक दल के सदस्य को बचा लिया गया है।
क्या होता है बर्ड स्ट्राइक?
एक विमान और पक्षी के बीच के टकराव को बर्ड स्ट्राइक कहते हैं जिसकी वजह से विमान को भारी नुकसान हो सकता है। ऐसी स्थिति में जान का खतरा भी बना रहता है। पहली बार पक्षी-विमान की टक्कर 1905 में ओहियो में एक मकई के खेत में ऑरविल राइट द्वारा दर्ज की गई थी, लेकिन मौसम के बदलते पैटर्न की वजह से आए दिन अब ऐसी घटनाएं दर्ज की जाती हैं।
कहां होता है बर्ड स्ट्राइक का सबसे ज्यादा खतरा?
अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन के मुताबिक, बर्ड स्ट्राइक की 90 फीसद घटनाएं एयरपोर्ट्स के आसपास होती हैं। आमतौर पर ऐसा तब होता है जब विमान उड़ान भर रहा हो या फिर लैंड कर रहा हो। इसके अलावा विमान जब कम ऊंचाई पर उड़ रहे होते हैं जहां अधिकांश पक्षी गतिविधि होती है, वहां पर भी बर्ड स्ट्राइक का खतरा बना रहता है।
बर्ड स्ट्राइक का प्रभाव विमान के प्रकार सहित अन्य कई कारकों पर निर्भर करता है। इसकी वजह से इंजन तक खराब हो सकता है। साल 2008 और 2017 के बीच ऑस्ट्रेलियाई परिवहन सुरक्षा बोर्ड ने 16,626 बर्ड स्ट्राइक की घटनाएं दर्ज की हैं, जबकि अमेरिका में संघीय उड्डयन प्रशासन ने अकेले 2022 में 17,200 पक्षियों के टकराने की जानकारी साझा की।