कानपुर, 16 मार्च 2025, रविवार। प्राकृतिक सौंदर्यता को बढ़ाने में पक्षियों का बहुत बड़ा योगदान है। उनकी मधुर चहचहाहट से सुबह की शुरुआत होती है, लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम इससे वंचित होते जा रहे हैं। कानपुर के हटिया में स्थित ऐतिहासिक रज्जन बाबू पार्क में एक पक्षी संरक्षण गृह बनाया गया है, जिसमें 6 प्रजातियों के लगभग 80 पक्षी हैं। इनमें आस्ट्रेलियन, पाइन एप्पल, लवबर्ड, बजरी, डायमंड डक और कॉकाटिल जैसी प्रजातियाँ शामिल हैं। इस संरक्षण गृह का उद्देश्य प्राकृतिक सौंदर्यता को बढ़ाने के साथ-साथ युवाओं को प्रकृति से जोड़े रखना और बुजुर्गों के दिलों में पुराने दिनों की यादें ताजा रखना है। यह गृह लगभग 720 वर्ग फीट में फैला हुआ है और इसकी स्थापना वर्ष 2023 में विधायक निधि से 14 लाख की लागत से की गई है।
पक्षी संरक्षण गृह के संरक्षक विनय सिंह ने बताया कि प्राकृतिक सौंदर्यता को बढ़ाने में पक्षियों का बहुत बड़ा योगदान है। उन्होंने कहा कि आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम प्राकृतिक सौंदर्यता से वंचित होते जा रहे हैं। विनय सिंह ने बताया कि पक्षी संरक्षण गृह में पक्षियों की देखभाल के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि पक्षियों को साफ-सुथरा पानी और स्वस्थ भोजन दिया जाता है, ताकि वे स्वस्थ और खुश रहें।
पक्षी संरक्षण गृह के उद्घाटन के अवसर पर विनय सिंह ने कहा कि यह गृह न केवल पक्षियों के लिए एक सुरक्षित और स्वस्थ वातावरण प्रदान करेगा, बल्कि यह लोगों को प्राकृतिक सौंदर्यता के करीब लाने में भी मदद करेगा। विनय सिंह ने बताया कि इन पक्षियों को सूरजमुखी के बीज, काकून, चने, मौसमी फल व मकाई दिया जाता है। जिनमें सालाना एक लाख रुपए का खर्च आता है। विनय पक्षी के रखरखाव व खाने का खर्च खुद व्यय करते है। पक्षियों के प्रजनन के लिए गृह में अलग से लकड़ी के घर भी तैयार किए गए हैं, जिनमें वह अपने बच्चों को आसानी से रखते हैं। इसके साथ ही पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने व पक्षी संरक्षण गृह को हरा भरा रखने के लिए गृह में मनोकामनी व सीजनल फूलों के पौधे भी लगाने की तैयारी की जा रही है।