वाराणसी, 6 मार्च 2025, गुरुवार। वाराणसी और मथुरा के दो प्रमुख धार्मिक स्थलों के बीच एक ऐतिहासिक आदान-प्रदान होने जा रहा है। इस वर्ष के होली पर्व पर, श्री काशी विश्वनाथ धाम से भगवान विश्वनाथ द्वारा श्री कृष्ण जन्मस्थान मथुरा में विराजमान लड्डू गोपाल को तथा श्री कृष्ण जन्मस्थान से भगवान लड्डू गोपाल द्वारा श्री विश्वेश्वर महादेव को परस्पर उपहार सामग्री भेंट की जाएगी। श्री कृष्ण जन्मस्थान मथुरा से बाबा विश्वनाथ को अबीर, गुलाल, रंग, आदि अर्पित किए जाएंगे, और इसी प्रकार श्री काशी विश्वनाथ धाम से भगवान लड्डू गोपाल के लिए भस्म, अबीर-गुलाल, वस्त्र और चॉकलेट आदि भेंट किए जाएंगे।
श्री कृष्ण और शिव भक्ति की दो प्रमुख सनातन धारा को जोड़ने वाला यह आयोजन सनातन धर्म की परंपराओं को और समृद्ध करेगा। मथुरा और काशी दोनों ही मोक्ष दायिनी नगरी हैं, और इन दो तीर्थस्थलों के बीच समन्वय और श्रद्धा का आदान-प्रदान एक अभिनव पहल है, जिसे इस वर्ष के रंगभरी एकादशी और होली पर्व में सम्मिलित किया जाएगा। इस आदान-प्रदान के साथ, दोनों धामों के भक्तों को विशेष रूप से भगवान लड्डू गोपाल के रूप में बाल स्वरूप के भगवान और बाबा विश्वनाथ से आशीर्वाद प्राप्त होगा। इस अवसर पर दोनों पवित्र स्थलों से उपहार भेजते समय तथा परस्पर प्राप्त उपहार स्वीकार करते समय समारोहपूर्वक उत्सव भी किया जाएगा।
श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी, विश्व भूषण ने बताया कि यह आदान-प्रदान एक ऐतिहासिक क्षण होगा जो दोनों धामों के बीच एक नई शुरुआत करेगा। उन्होंने कहा कि यह आदान-प्रदान न केवल दोनों धामों के बीच एक मजबूत बंधन बनाएगा, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परंपरा को भी समृद्ध करेगा। श्री कृष्ण जन्मस्थान मथुरा के सचिव, कपिल शर्मा ने भी इस आदान-प्रदान का स्वागत किया और कहा कि यह एक ऐतिहासिक क्षण होगा जो दोनों धामों के बीच एक नई दोस्ती की शुरुआत करेगा। उन्होंने कहा कि यह आदान-प्रदान न केवल दोनों धामों के बीच एक मजबूत बंधन बनाएगा, बल्कि यह भारतीय संस्कृति और परंपरा को भी समृद्ध करेगा।