हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण जगह-जगह भूस्खलन से कई मार्ग बंद हैं। जिला शिमला के बढल में भारी भूस्खलन होने के कारण एनएच पांच बंद हो गया है। ज्यूरी के पास भी भारी मलबा गिरा है। भारी बारिश के बीच प्रशासन मार्ग को बहाल करने में जुटा हुआ है। लेकिन मलबा काफी ज्यादा होने के कारण मार्ग की बहाली आसान नहीं है। भारी बारिश के कारण प्रदेशभर में जगह-जगह भूस्खलन हुआ है, इस कारण कई मार्गों पर आवाजाही ठप है।
वहीं, जिला कुल्लू में रात से हो रही लगातार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और जगह-जगह पर भूस्खलन के कारण यातायात पर असर पड़ा है। वहीं पहाड़ी से पत्थर गिरने से वाहन चालकों व राहगीरों का सफर जोखिम भरा हो गया है। जगह-जगह मलबा गिरने से भी वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई ग्रामीण रूटों में यातायात प्रभावित हुआ है और परिवहन निगम के बहुत से रूटों में बसों की आवाजाही बंद हो गई है।
जिला मुख्यालय कुल्लू को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग 305 बानीगाड़ और जीभी के पास हो रहे भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हो गया है। हालांकि दोनों जगह पर जेसीबी लगाई गई है। मार्ग को बहाल करने का कार्य चला हुआ है। शनिवार को भी एनएच 305 कई घंटों के लिए मार्ग बंद रहा है, जिसे बहाल कर दिया गया था। लेकिन आज एक बार फिर मार्ग में भूस्खलन होने से आवाजाही बंद हो गई है।
लगातार हो रहे भूस्खलन से कुछ समय के लिए वाहनों की आवाजाही को बंद कर दिया गया है। इसके अलावा आनी उपमंडल के राणाबाग शवाड मार्ग में सड़क पूरी तरह से धंस गई है, जिस कारण वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई है। ऐसे में लोगों को अपने जरूरी कार्य के लिए पैदल ही आना जाना पड़ रहा है।
उधर एनएच 305 के एसडीओ टहल सिंह ने बताया कि शनिवार को बंद हुए मार्ग को बहाल कर दिया था। लेकिन रविवार सुबह जीभी के पास पत्थर आने से मार्ग आवाजाही ठप हो गई है। मशीनें तैनात कर दी गई हैं और मार्ग को बहाल किया जा रहा है।
उधर आनी में तैनात एसडीओ धर सिंह ने बताया बानीगाड़ में जेसीबी मशीन लगाई गई है जल्द ही मार्ग को बहाल किया जाएगा। मौसम खराब होने से जगह जगह मार्ग में भूस्खलन हो रहा है।