2026 नक्सलवाद पूरी तरह से होगा साफ़ -अमित शाह
देश के नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ हुई बैठक
हथियार छोड़ मुख्यधारा से जुड़े युवा – अमित शाह
छत्तीसगढ़ के नक्सल ऑपरेशन पर केंद्रीय गृह मंत्री ने की तारीफ
नई दिल्ली, 7 अक्टूबर 2024-
देश के नक्सल प्रभावित राज्यों में जारी नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे अभियानों पर सोमवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में महत्वपूर्ण बैठक गई। इस बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने की,जिसमें नक्सल प्रभावित सभी राज्यों के मुख्यमंत्री , गृहमंत्री , गृह सचिव , पुलिस कमिश्नर , आईबी चीफ एनआईए चीफ , अर्धसैनिक बलों के चीफ और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए । शामिल हुए राज्यों में छत्तीसगढ़ , उड़ीसा , आन्ध्रप्रदेश , महाराष्ट्र , मध्यप्रदेश , बिहार , झारखंड और तेलंगाना प्रमुख रहे ।
इस महत्वपूर्ण बैठक का केंद्र बिंदु छत्तीसगढ़ का हाल ही में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ नक्सल विरोधी ऑपरेशन रहा ,जिसमें राज्य की पुलिस ने 31 नक्सलियों को ढेर किया। इस ऑपरेशन में छत्तीसगढ़ पुलिस की कुशल रणनीति और राज्य सरकार की योजनाओं की सफलता पर विशेष चर्चा की गई। बैठक में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय तथा छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा भी उपस्थित रहे।
वाम प्रायोजित नक्सल उन्मूलन पर चल रही इस महत्वपूर्ण बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में हुए ऑपरेशनस के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और उनकी टीम के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, जनवरी से अब तक छत्तीसगढ़ के सुरक्षा बलों ने लगभग 194 नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराए हैं। वहीं 801 नक्सली गिरफ्तार हुए एवं 742 नक्सलियों ने आत्म समर्पण किया है।
बैठक के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने नक्सलवाद में लिप्त युवाओं से अपील की और कहा किनक्सलवाद वामपन्थ का वो कीड़ा है जो समाज और देश को ही नहीं बल्कि us व्यक्ति और परिवार की भी जड़ों को खोखला कर देता है । इस लिये नक्सल में लिप्त लोग हथियार छोड़ कर मुख्य धारा से जुड़े। सभी राज्यों ने आपके पुनर्वास के लिए बेहतर योजनाएं बनाई हैं , आत्मसमर्पण कर उनको इसका फायदा लेना चाहिए ।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बैठक में नक्सल ऑपरेशन की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कैसे राज्य पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने महीनों की मेहनत और प्लानिंग के बाद इस ऑपरेशन को अंजाम दिया। ऑपरेशन में करीब 1000 जवान शामिल थे, जिन्होंने 15 किलोमीटर के दायरे में स्थित गवाड़ी पहाड़ को घेरकर 31 नक्सलियों को ढेर किया। इस ऑपरेशन में कई बड़े नक्सली नेता मारे गए, जिनमें 16 पर कुल 1 करोड़ 30 लाख का इनाम घोषित था। मुठभेड़ में 18 पुरुष और 13 महिला नक्सली भी मारे गए।
इस बैठक में सिर्फ़ नक्सल ऑपरेशन की सफलता और समस्या पर ही नहीं, बल्कि राज्य में चल रहे विकास कार्यों पर भी विस्तार से चर्चा हुई । बैठक में सभी राज्यों ने कहा कि “नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों की गति बढ़ाई गई है। गाँवों तक बुनियादी सुविधाएँ पहुंच रही हैं, जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, और महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।”
बैठक में अपनी बातों को रखते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के लगातार मिल रहे मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने माओवादियों के कोर को तोड़ा। ऐसे एरिया में भी राज्य सरकार ने 32 नये कैम्प स्थापित किये हैं, जिसे नक्सलवादी अपनी राजधानी कहते थे। उनकी बटालियन के कमांडर हिड़मा के गाँव में भी छत्तीसगढ़ में कैंप स्थापित किया गया और नक्सली हिडमा की माँ को मनवाता और पुनर्स्थापना पॉलिसी के तहत स्वास्थ्य सुविधाएँ उपलब्ध कराई गयीं ।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गृहमंत्री अमित शाह के साथ छत्तीसगढ़ सरकार की आगे की योजनाओं पर भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार का मुख्य लक्ष्य नक्सलियों के बचे हुए गढ़ों को समाप्त करना और इन इलाकों में स्थाई शांति और विकास सुनिश्चित करना है। निकट भविष्य में, दक्षिण बस्तर में 29 नए सुरक्षा कैंपों की स्थापना की जाएगी, ताकि नक्सलियों के प्रभाव को खत्म किया जा सके।
